इंदौर
indore news : यथासंभव यादगार और आनंददायक बनाने की कोशिश : ग्राम सेवाधाम आश्रम में स्थानांतरित
sunil paliwal-Anil Bagoraपथ में कांटे ना होते तो...जीवन का आभास ना होता
मंजिल मंजिल रह जाती...मानव का इतिहास ना होता..!
इंदौर. बहुत ही भावुक दिन जब कलेक्टर आशीष सिंह की पहल पर हमारे पुनर्वास केंद्र के 41 हितग्राही अर्थात हमारे परिवार के सदस्य आज केंद्र से विदा लेकर उज्जैन के वरिष्ठ समाजसेवी सुधीर भाई गोयल के अंकित ग्राम सेवाधाम आश्रम में स्थानांतरित किए गए। हमने इस दिन को यथासंभव यादगार और आनंददायक बनाने की पूरी कोशिश की है। डेढ़ वर्ष से साथ में रहते रहते उनके साथ आत्मीयता हों गयी थी परंतु जीवन की राह पर आगे बढ़ते जाना है इसी सोच के साथ अब हम स्माइल योजना के अंतर्गत इंदौर को पुनः भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
वर्तमान में अब भिक्षुक पुनर्वास केंद्र पर 37 भिक्षावृत्ति में लिप्त लोग पुनर्वासित हो रहे हैं। जिन्हे कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इनमें से कई लोग गंभीर नशे के आदि भी हैं और आपराधिक प्रवृत्ति के है जिन्हें परामर्श, चिकित्सीय परामर्श और दवाइयों के माध्यम से नशे की लत छुड़वाने के साथ-साथ उन्हें प्रतिदिन योगा, कौशल प्रशिक्षण, मेडिटेशन एवं अन्य गतिविधियों से जोड़कर समाज में आत्म सम्मान से जीने हेतु तैयार किया जा रहा है। सामान्य पुनर्वासितो को 3 से 6 महीने में स्व उत्थान कर स्वावलंबी बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
हितग्राही स्थानांतरण कार्यक्रम के दौरान सेवाधाम आश्रम के सुधीर भाई गोयल, अरविंदो हॉस्पिटल के डॉ महक भंडारी एवं मानसिक चिकित्सालय बाणगंगा के अधीक्षक डॉक्टर वीएस पाल का सम्मान किया गया। इस पूरे अभियान के दौरान अरविंदो हॉस्पिटल और मानसिक चिकित्सालय का पूर्ण सहयोग शहर हित में प्राप्त हुआ। बारबर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री राजेश सेन के द्वारा पुनर्वास केंद्र पर निशुल्क शेविंग और कटिंग की सेवाएं प्रदान की गई।
स्मार्ट सिटी के सीईओ दिव्यांक सिंह ने स्माइल योजना में इंदौर शहर में किस तरह से काम किया जाएगा इसकी जानकारी दी और संस्था प्रवेश की रुपाली जैन ने आभार व्यक्त किया। पुनर्वास केंद्र के पुनर्वासितो एवं संस्था प्रवेश की टीम के द्वारा एक सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी गई। हम सुधीर भाई गोयल का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने इतने हितग्राहियों को आज हृदय से स्वीकार किया।