इंदौर
इंदौर कोरोना एक्सप्रेस की दौड़ में भंवरकुंआ डिस्पेंसरी फीवर क्लीनिक की व्यवस्था चरमराई...डॉक्टर गायब...!
Sunil Paliwal-Anil Bagora
इंदौर । (राजेंद्र सचदेव...) स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी-बड़ी घोषणाएं करके इंदौर में फीवर क्लीनिक खोले थे प्रारंभ में तो फीवर के व्यवस्थाएं ठीक-ठाक ढंग से चल रही थी। परंतु अब स्वास्थ्य विभाग की है सेवाएं पूरी तरहा चरमरा गई है। अस्पतालों में डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं, कोरोना वायरस मरीज घंटों अपनी जांच करवाने के लिए अपना इलाज करवाने के लिए इन फीवर क्लिनिको के बाहर खड़े रहते हैं। आज शाम को 5ः45 पर हमारे द्वारा जब इस क्लीनिक का निरीक्षण किया गया तो सिंधी कॉलोनी स्थित भंवरकुआं डिस्पेंसरी में प्रारंभ किए गए फीवर क्लीनिक में डॉक्टर नदारद पाए गए। पैरामेडिकल स्टाफ के नाम पर मात्र एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता भंवरकुआं डिस्पेंसरी में मौजूद थी, बाकी पैरामेडिकल स्टाफ सहित डॉ इदरीस शेख जिसकी ड्यूटी फीवर क्लीनिक पर दोपहर 2ः00 से रात्रि 8ः00 तक थी वो गायब थी। अस्पताल में पूरी तरहा सन्नाटा था बाहर मात्र एक मरीज डॉक्टर का इंतजार कर रहा था उक्त मरीज ने बताया कि मैं 2 घंटे से डॉक्टर साहब का इंतजार कर रहा हूं परंतु डॉक्टर साहब उपलब्ध नहीं है अन्य मरीज भी आकर चले गए हैं। इस तरह की अव्यवस्था इंदौर के स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह अधिकारियों के द्वारा हो रहा है। फीवर क्लीनिक के जिम्मेदारी जिस डॉक्टर को दी गई है, वह भी इन अस्पतालों का निरीक्षण नहीं करते जिसका नतीजा डॉक्टर जिनकी ड्यूटी लगाई गई है लापरवाह हो गए हैं।
● गैर जिम्मेदार डॉक्टर अपनी गैर जिम्मेदारी से बाज नहीं आ रहे
शहर में कोरोनावायरस की बीमारी चरम सीमा पर है। इंदौर में प्रतिदिन कोरोना वायरस की बीमारी से पीड़ित 500 के आसपास मरीजों का आंकड़ा उसके बाद भी यह गैर जिम्मेदार डॉक्टर अपनी गैर जिम्मेदारी से बाज नहीं आ रहे हैं। इंदौर के सीएचएमओ डॉ प्रवीण जाड़ियां का दावा खोखला साबित हो रहा है। इंदौर में स्वास्थ्य सेवाएं नागरिकों को सुगमता से प्राप्त हो रही हैं और कोरोना वायरस की बीमारी में स्वास्थ्य सेवाएं स्वास्थ्य विभाग मुस्तैदी से दे रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान ने प्रदेश में फीवर के लिए क्लीनिक को दी जा रही सेवाओं की प्रशंसा की थी परंतु इंदौर में पदस्थ जिला अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनके दावे को पूर्णता गलत साबित करने के लिए कमर कस कर बैठे हैं। ऐसे लापरवाह अधिकारियों को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुरंत इंदौर से चलता करें उन्हें फील्ड वर्क से हटाकर स्वास्थ्य विभाग की अन्य सेवाओं में पदस्थ करें तभी इंदौर के नागरिकों का भला हो पाएगा और इंदौर के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं सुगमता से मिल पाएंगे। जिस प्रकार से इंदौर में कोरोना एक्सप्रेस दौड़ रही है, उसको देखते हुए लगता है कि इंदौर पर गहरा संकट आ सकता है। क्योंकि समस्त अधिकारी उपचुनाव 2020 को लेकर चिंता कर रहे है किंतु कोरोना संक्रमित बीमारी से निजात दिलाने के लिए इंदौरवासियों के ऊपर ही लापरवाही का आरोप लगा रहे है कि इंदौर की जनता मास्क का उपयोग नहीं कर रही है।
● पालीवाल वाणी ब्यूरों-Sunil paliwal-Anil bagora...✍️
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