इंदौर
शुभ... मंगल.... सावधान.... : नितिनमोहन शर्मा
नितिनमोहन शर्मानितिनमोहन शर्मा...✍️
नगर सरकार का शपथ समारोह। नए महापौर की ताजपोशी। 85 पार्षदों के कार्यारंभ का दिन। शहर के प्रिय मित्र-पुष्यमित्र ओर उनकी टीम से बहुत सारी उम्मीदें। ढेर सारे सपने।कुछ नया होने की आस। कुछ नया देखने का उत्साह। नगर सरकार की नई टीम इंदौर का नाम-काम देश दुनिया मे करे। खुलासा फर्स्ट अन्तर्मन से शुभकामनाएं देता है।आपके मंगल की कामना करता है। लेकिन आपको सावधान भी करता है। शेष आप स्वयम समझदार है। परम् शक्ति पीठ कामख्या ओर आपकी आराध्या भगवती देवी कामख्या आपका शुभ करें।
शुभ : पावन पुनीत सावन मास। उस पर शुक्ल पक्ष। शुक्रवार। अष्टमी तिथि। शुभ हो आपके लिए। इस शहर के लिए। आज पुष्यमित्र जी आपकी शपथ है। अनंत शुभकामनाएं। इस शुभ दिवस की। ये दिन आपके लिए शुभ हो। आज से आपकी पारी का शुभारंभ हो रहा है। अहिल्या नगरी के लिए भी ये पल शुभ है। नया नेतृत्व। नई सोच। नए सपने। नई परिषद। नए लोग। युवा जोश। जज्बा। पक्ष-विपक्ष सब। इस शहर का सब मिलकर शुभ करे। ऐसी मंगलकामनाये भी। आपकी निगम परिषद में शुभ भाव का आविर्भाव बना रहे। आपकी एमआइसी शुभभाव से कर्मरत रहे। सदन-सदस्य-सभापति में शुभ समन्वय बना रहे। वैसा क्लेश न उपजे, जैसा बीती निगम परिषद में पैदा हो गया था। शहर के विकास को लेकर आपके विजन को स्वीकार्यता मिले। दिल्ली-भोपाल का साथ ही नही, संबल भी मिले। आपका दल ही नही, विपक्ष भी दलीय गुटबाजी से दूर रहे। विपक्ष-विरोधी आवाज को भी मुखरता मिले। केवल विरोध के लिए विरोध की राजनीति का सामना न हो। अंतर्विरोध के शोर की बजाय, शहर के शुभ को लेकर पक्ष विपक्ष का समवेत स्वर निगम प्रांगण से बाहर शहर में गूंजे। दो ज्योतिर्लिंग के बीच स्थित पुण्य श्लोका प्रातः स्मरणीय लोकमाता अहिल्याबाई के इस शहर पर कभी कोई बड़ी विघ्न बाधा न आये। किसी त्रासदी से सामना न शहर का हो..न आपका..न आपकी टीम का। सब शुभ हो।
मंगल : नई पारी-नई परिषद के मंगलाचरण के साथ इस शहर का शुभ के साथ मंगल भी हो। कार्यकाल ही मंगलमय न हो, हर दिन मंगल हो। शहर को वो सब सौगात मिले, जिसके सपने नगर सरकार के चयन के समय इस शहर के बाशिंदों को दिखाए गए थे। मेट्रो ट्रेन से लेकर फ्लाय ओवर ब्रिज ओर निगम अमले में नई नियुक्तियों से इंदौर को छठी बार सफाई में सिरमौर बनाने तक के कार्य मंगलमय तरीके से पूरे हो। आपने जो "अहर्निश" सेवा का संकल्प लिया है, यानी दिन रात कार्य करने का...वैसी मंगल कार्यप्रणाली अमले ओर अफसरों में भी विकसित हो। शहर के बेतरतीब ट्रैफ़िक नई परिषद के प्रयासों से मंगलमय हो जाये। कचरा प्रबंधन की गति कायम रहे। शहर के बाशिंदों की सफाई की मति कायम रहे। सड़क पर, फुटपाथ पर, ठेले पर, छबड़ी पर समान बेचने वालों का मंगल हो..उनका सम्मान बना रहे। कोई ठोकरों में उनकी रोजी रोटी को नही रखें। मंगल बुद्धि उस अमले को भी मिले जो " पीली गैंग" के नाम से शहर भर में बदनाम हुआ ओर निगम की उपलब्धियों से ज्यादा उसका चर्चा रहा। उन अधिकारियों को भी मंगल करने का जज्बा मिले जिनकी "नायाब इंजीनियरिंग" ने शहर का मंगल कम, अमंगल ज्यादा किया। उन साहब बहादुरों की सोच भी मंगल हो जिनकी प्लानिंग इस शहर को रत्तीभर पानी मे पानी पानी कर रही है। इस अमले को भी मंगल बुद्धि मिले जो "मंगलमूर्ति" को कचरा गाड़ी में भर लेता है और सम्मानपूर्वक बिदा करना भूल जाता है। उन हाथों को मंगल शक्ति मिले जो अलसुबह से लेकर आधी रात तक झाड़ू उठाये रहते है और इस शहर को लगातार 5 बार देश मे सर्वश्रेष्ठ कर चुके है। मंगल बुद्धि इस शहर के बाशिंदों को भी मिले। समय पर टैक्स ही नही, ट्रैफ़िक सेंस भी जागृत हो।
सावधान : सावधान.....!!! जी हां, आपको शुभ मंगल से ज्यादा सावधान रहना होगा। उन लोगो से, जो अभी आपके कुर्सी पर बैठने से पहले आपकी" घेराबंदी" में जुट गए है। उस कॉकस ( गठजोड़) से भी सावधान रहना होगा जो अफसर-बिल्डर-नेता ओर गुंडों से मिलकर बनकर बना है। जो देर सबेर नगर सरकार के मुखिया को घेरेबंदी में ले लेता है। उस ब्यूरोक्रेसी से विशेष तौर पर सावधान रहना होगा...जो आप जैसे व्यक्तित्व को शहर के प्रथम नागरिक के रूप में देखना ही नही चाहती थी और न अब आपको हजम कर पा रही है। यह ब्यूरोक्रेसी अब भी ये ही चाहती है कि उसका निगम पर भी कब्जा कायम रहे। जैसा अब तक बना हुआ है। उन सलाहकारों से भी सावधान रहना जो सलाह के नाम पर अपने एजेंडे सेट करने की मंशा पाले हुए है। हा, उन दर्जनों "जँचतबाजो" से भी होशियार रहना जो आपकी सफलता में अपने आप को एक ही कार्यकाल में आर्थिक रूप से "सफल" कर लेना चाहती है। उन नेताओं से भी सावधान रहना जो आपको शागिर्द बनाने पर आमादा है। निगम में व्याप्त भारी भृष्टाचार पर भी सावधान रहना। आप पर आंच न आये, ऐसा तंत्र विकसित करना। एमआइसी के मुद्दों पर भी सावधान रहना। टेण्डर प्रक्रिया पर होशियार रहना। उन ठेकेदारों से सावधान रहना जो रिश्वत के दम पर निगम को अपनी जेब मे रखने का दावा किये बरसो से निगम में काबिज़ है। सावधान रहना...अपनी छवि को लेकर। अपनी मति ओर गति को लेकर। अपने उज्ज्वल भविष्य को।लेकर। उस विश्ववास के प्रति, जो संघ-संगठन-सरकार ने आपके प्रति व्यक्त किया है। और इस शहर ओर यहां के बाशिंदों के प्रति... जिसने आपको सबसे कठिन चुनाव में तमाम दबाव-प्रभाव-प्रलोभन से परे रहकर आपका चयन किया है। शहर का सपना न टूटने पाये। सावधान रहना...प्रिय मित्र-पुष्यमित्र।
श्रीराधे