इंदौर
15 करोड़ के मादक पदार्थ के साथ पांच आरोपी गिरफ्तार
Paliwalwani
इंदौर : पुलिस थाना चन्दन नगर द्वारा एक बड़ी कार्यवाही करते हुए अवैध मादक पदार्थ अल्प्राज़ोलम पाउडर जिससे नकली ब्राउन शुगर बनाने वाली गैंग का पर्दाफाश किया. जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग रुपए 15 करोड़ 18 लाख की बताई जा रही है.
पुलिस थाना चन्दन नगर पर शनिवार को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि दो व्यक्ति अवैध मादक पदार्थ बेचने सिरपुर तालाब की पाल पर खडे़ है । उक्त सूचना पर थाना चंदन नगर से तत्काल टीम को मौके पर भेजा जहां पर मौके पर मुखबिर द्वारा बताये हुलिये के दो व्यक्ति दिखे जिन्हें घेराबन्दी कर पकड़ा जिनका नाम पता पूछते उन्होंने अपना नाम मोहम्मद आरिफ पिता मोहम्मद हुसैन निवासी भवानी नगर सांवेर रोड बाणगंगा इन्दौर तथा कार्तिक पिता पुष्पराज बघेल निवासी मुखर्जी नगर बाणगंगा इन्दौर का होना बताया। जिन्हें विधिवत चैक करते उनके कब्जे से एक से 1 किग्रा व दूसरे से 15 ग्राम अल्प्राजोलम से तैयार अवैध मादक पदार्थ ब्राउन शुगर जैसा मिला जिनसे उक्त मादक पदार्थ के बारे में पूछते उनके द्वारा बताया गया कि हम दोनों अजय जादोन, कोमल सहरिया व दिनेश राठौर से खरीदकर अवैध मादक पदार्थ को अलग अलग जगह पर बेचते हैं, जो तीनों मादक पदार्थ का विस्तृत भण्डार आरएनटी मार्ग इन्दौर पर स्थित चेतक सेंटर के तीन आफिसों पर रखते हैं।आरोपियां के साथ उक्त स्थान पर पहुंचे तो अजय जादोन, कोमल सहरिया और दिनेश राठौर मिले जिन्हें आरोपियों ने पहिचाना उनके नाम पता पूछने पर उन्होंने अपना नाम अजय जादोन पिता सूरज सिंह जादोन उम्र 43 साल निवासी 32 नार्थ गाडराखेडी मरीमाता इंदौर , कोमल सिंह पिता भरोसे सिंह सहरिया उम्र 48 साल निवासी नरवल सांवेर रोड इंदौर , दिनेश राठौर पिता देवीसिंह उम्र 43 साल निवासी भवानी नगर सांवेर रोड बाणगंगा इंदौर का होना बताया । उक्त तीनों आरोपियों ने चेतक सेंटर स्थित तीनों ऑफिसों से 150.800 किलोग्राम अल्प्राजोलम से तैयार अवैध मादक पदार्थ ब्राउन शुगर जैसा तथा 4 लाख रूपये नगद, एक नोट गिनने की मशीन, एक मिक्सर, बडे टब, प्लाष्टिक के ड्रम, मुंह पर लगाने के मास्क, इलेक्ट्रोनिक वेट मशीन, चम्मच, खुर्पा और छन्नी जब्त करवाये । उक्त तीनों आरोपियों को गिरफतार किया गया।
आरोपी कोमल एवं अजय जादोन से पूछताछ पर उन्होंने बताया कि हम उक्त नशीला पदार्थ उत्तरप्रदेश के मुजफफर नगर से लाते हैं व इसमें पेरासीटामोल मिलाकर दुगना कर देते हैं। तीनों आफिसों के बारे में जानकारी ली जो अजय द्वारा बताया कि यह तीनों ऑफिस राघव के नाम से किराये पर हैं, राघव ही उक्त माल को अन्य जिलों में सप्लाय करता है जो अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है ।
आरोपी कोमल ने पूछताछ पर बताया कि मैं पहले मुजफफर नगर उत्तरप्रदेश में अन्य सरगना के साथ फेक्ट्री पर काम करता था जहां उक्त नशीला पदार्थ बनाया जाता है तो मैंने वहीं इसे बनाना सीखा था, वहीं से हमारे यहां माल सप्लाय होत है जिसे हम दुगुना कर सप्लाय करते हैं ।
कोमल से मादक पदार्थ निर्माण के संबंधं में पूछा तो बताया कि हम रॉ मटेरियल से उक्त नशीला पदार्थ बनाते हैं इसके लिये काफी लम्बी प्रोसेस है, इस पाउडर को हम एपीजेड कहते हैं जो ब्राउन शुगर से भी ज्यादा नशीला व शरीर के लिये हानिकारक हो जाता है, यह काफी मंहगा पडता है इसके लिये हम इसमें पैरासीटामोल का पाउडर मिला देते हैं जिससे यह दुगना हो जाता है , जिसे ब्राउन शुगर के रूप में बाजार में विशेषकर मंदसौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर आदि एवं मध्यप्रदेश के बाहर महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब में सप्लाय करते हैं, जो वास्तव में अल्प्राजोलम पाउडर से बना नशीला पदार्थ होता है । जिसकी अंतर्राष्ट्रीय कीमत एक किलोग्राम की 1 करोड के लगभग होती है किन्तु हम उसे करीब 10-12 लाख रूपये में मार्केट में सप्लाय करते हैं, पूरा मैनेजमेंट राघव देखता है राघव ने पॉट्री फिड का लायसेंस ले रखा है जिसकी आड में उक्त मादक पदार्थ का व्यवसाय करते हैं।