इंदौर
इंदौर में कोरोना का प्रकोप : रिकार्ड तोड़ 584 पॉजिटिव मरीजों के साथ 21 रिपीट संक्रमित मरीज समाने आए
Paliwalwaniइंदौर : (Ayush paliwal...) मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हमेशा नंबर वन की दौड़ में आगे आने वाला शहर कोरोना संक्रमित बीमारी में भी बाजी मारता हुआ साफ दिखाई दे रहा हैं. कल एक बार फिर रिकार्ड तोड़ 584 पॉजिटिव मरीजों के साथ 21 रिपीट संक्रमित मरीज भी समाने आए. एक तरफ कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ मास्क और सैनिटाइजर को लेकर लोगों की लापरवाही जारी है. शापिंग माल, आइबस, सिटी वैन, प्रमुख बाजारों सहित शहर के व्यस्त चौराहों जैसी जगह पर लोग बगैर मास्क घूम रहे हैं. न नगर निगम की कार्रवाई नजर आ रही है न स्वास्थ्य विभाग की समझाइश. बुधवार को मेघदूत गार्डन क्षेत्र में नगर निगम इंदौर ने मैं भी झोलाधारी कार्यक्रम के नाम पर भीड़ जमा कर ली. वही राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में कोरोना गाइड लाइन के नियमों का अनदेखा कर अपने ही कर्मचारियों को संक्रमित होने के लिए मीटिंग बुला ली. ना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया और ना ही सैनिटाइजर की कोई व्यवस्था रखी गई. आला अफसरों को एक ही बात की चिंता है कि शहर भर में घूमो और पैसा वसूलों...कभी सम्पति कर तो कभी कचरा प्रबंधन के नाम पर कभी जलकर की वसूली पर तकाजा करते हुए पिछले साल से ज्यादा से ज्यादा वसुली करने पर जोर दिया जा रहा हैं, ना उनके स्वस्थ की चिंता ना ही परिवार की चिंता...कम वसूली लाने वालों को धमकी दी जा रही है, सेवा समाप्त कर देगे. आला अफसरों को केवल राजस्व विभाग के कर्मचारी ही दिखाई दे रहे हैं, जबकि कई गुना कर्मचारी आफिस में बैठकर मजे ले रहे हैं, सभी शासकीय अवकाश लाभ की सुविधा में भी मिल रही है, सुबह 6 बजे से लेकर रात्रि 8 बजे तक ईमानदारी से काम करने वाले छोटे मस्टर कर्मचारीयों को कम वेतन देकर काम कराया जा रहा हैं. उसके बाद भी राजस्व विभाग के कर्मचारीयों को कामचोर बताकर 7-7 दिनों का वेतन राजसात किया जा रहा हैं. निगम में कर्मचारी संगठनों को मानो सांप सुंघ गया हो. कोरोना प्रकोप के बीच राजस्व टीम ने रिकार्ड तोड़ वसूली की बधाई की जगह कई कर्मचारी को दंडित करना और वेतन राजसात करना समझ से परे हैं. पालीवाल वाणी की टीम ने गुरूवार को शहर के अलग-अलग इलाकों का जायजा लिया और पाया कि ज्यादातर जगह कोरोना प्रोटोकाल को लेकर कोई सख्ती नहीं दिखाई दीत्र