इंदौर
कालीचरण महाराज के बिगड़े बोल : कट्टर हिंदू विचारधारा पर जोर दिया : FIR दर्ज करवाएं
Paliwalwaniइंदौर : डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली को लेकर लेकर जिस तरह से विवाद खड़ा हुआ है उसको देखते हुए अब इस विवाद में कालीचरण महाराज भी कूद गए हैं, उन्होंने कट्टर हिंदू विचारधारा को लेकर जोर दिया है. इसके साथ ही कालीचरण महाराज का कहना है कि “जब तक हिंदू कट्टर नहीं होंगे, तब तक इस तरह से हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया जाता रहेगा. इसके अलावा कालीचरण महाराज ने हिंदुओं से आहवान किया है कि वह थाने पर जाकर फिल्म से संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएं.
कालीचरण महाराज ने डायरेक्टर लीना को दी हिदायत
फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई ने 2 जुलाई 2022 को अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म का पोस्टर शेयर किया था. काली नाम की डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर में हिंदू देवी के फिल्मी पात्र को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था. साथ ही, पोस्टर में मां काली के एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा दिखाया गया है. इसी को लेकर आज काली महाराज ने मोर्चा खोलते हुए डायरेक्टर लीना को कई तरह की हिदायत दी, इसी के साथ उन्होंने हिंदू समाज को लेकर कहा कि जब तक हिंदू कट्टर नहीं होगा, तब तक इस तरह से हिंदूओ के देवी देवताओं का अपमान होते रहेगा.
हिंदूओं के लिए कहे अपशब्द : ईटीवी भारत से भी खास चर्चा करते हुए कालीचरण महाराज उन्होंने कहा कि हिंदूओं के लिए अपशब्द कहते हुए कहा कि “किसी समय में हिंदू शेर की तरह काम करता था, लेकिन आज इस तरह से माहौल निर्मित हो गया है. जिसके कारण हिंदू जानवर के रूप में जीवन यापन कर रहा है और उसे संगठित होने के लिए उसको कट्टर होना पड़ेगा.
धर्म का अपमान सहते-सहते हिंदू डरपोक हो गया : इतना ही नहीं उन्होंने हिंदुओं को आपत्तिजनक शब्द कहते हुए अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते हुए बोला कि “धर्म का अपमान सहते-सहते हिंदू डरपोक हो गया है, देश में 500000 से अधिक मंदिर हिंदू होने के कारण तोड़ दिए गए, वहीं करोड़ गायों की हत्या होती रही और अभी भी हो रही है, 40000 लव जिहाद के मामले देशभर में हो रहे हैं तब भी हिंदू चुप है. धर्म और देश का विध्वंस हुआ लेकिन हिंदू चुप है धीरे-धीरे देश के कई विभाजन हो गए, जिसमें इराक, ईरान, पाकिस्तान जैसे देश शामिल हैं. इसके अलावा सभी मंदिर के पुजारी और हिंदुओं से कालीचरण महाराज ने आहवान किया है कि वह थाने पर जाकर संबंधित लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाएं अगर हम ऐसा नहीं करेंगे और दबकर बैठे रहेंगे तो ये लोग ऐसे ही अपमान करते रहेंगे.
पोस्टर विवाद पर लीना मणमिकलई ने क्या कहा : फिल्म के पोस्टर पर हो रहे विवाद पर फिल्ममेकर लीना मणमिकलई ने ट्वीट करके अपना पक्ष रखा था. उन्होंने कहा था कि फिल्म उन घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती हैं जो उस शाम की है जब काली प्रकट होती हैं और टोरंटो की सड़कों पर टहलती हैं.
कौन हैं लीना मणिमेकलाई : डॉक्यूमेंट्री फिल्म ’काली’ की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई ने 2002 में शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री मथप्पा से अपनी फिल्मी सफर को शुरू किया. साल 2011 में लीना की पहली फीचर फिल्म सेंगडल रिलीज हुई थी. धनुष्कोडी के मछुआरों पर यह फिल्म बनी थी. जिनका जीवन श्रीलंका में एथनिक वॉर की वजह से बहुत प्रभावित हो रहा था. फिल्म को लेकर काफी बवाल भी हुआ था. उन्हें कानूनी लफड़े में भी फंसना पड़ा था. लीना मणिमेकलाई फिल्ममेकर के साथ-साथ कवियित्री और एक्ट्रेस भी हैं. उन्होंने कई डॉक्यूमेंट्री, फिक्शन और एक्सपेरिमेंटल पोयम फिल्में बनायी हैं. 5 कविता संकल भी प्रकाशित करवायी हैं।