Tuesday, 09 September 2025

इंदौर

इंदौर की गौरवशाली परम्परा के अनुरूप रातभर निकला नयनाभिराम झांकियाँ और अखाड़ों का कारवां : हुकमचंद मिल की झांकी को मिला प्रथम स्थान

paliwalwani
इंदौर की गौरवशाली परम्परा के अनुरूप रातभर निकला नयनाभिराम झांकियाँ और अखाड़ों का कारवां : हुकमचंद मिल की झांकी को मिला प्रथम स्थान
इंदौर की गौरवशाली परम्परा के अनुरूप रातभर निकला नयनाभिराम झांकियाँ और अखाड़ों का कारवां : हुकमचंद मिल की झांकी को मिला प्रथम स्थान

अनंत चतुदर्शी चल समारोह 2025

अखाड़ों में छोगालाल उस्ताद व्यायामशाला एवं चंद्रपाल उस्ताद व्यायाम शाला को मिला प्रथम स्थान

इंदौर. 

इंदौर की गौरवशाली परम्परा के रूप में अनन्त चतुर्दशी चल समारोह पूर्ण श्रद्धा, आस्था एवं अपार उत्साह-उमंग और व्यापक जनभागीदारी के साथ सम्पन्न हुआ। नागरिकों ने इस उत्सव के प्रति अपनी सक्रिय सहभागिता निभाते हुये शहर की परम्परा को अपार उत्साह और उमंग के साथ आगे बढ़ाया। रातभर जोश और उल्लास के साथ चल समारोह में निकली नयनाभिराम झाँकियों और अखाड़ों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने हजारों लोगों का मन मोह लिया।

जिला प्रशासन द्वारा गठित झाँकी तथा अखाड़ा निर्णायक समितियों द्वारा पुरस्कार के लिये सर्वसम्मति से श्रेष्ठ झाँकियों और अखाड़ों का चयन किया गया। झांकी में हुकमचंद मिल की नरकासुर का वध झांकी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इसी तरह अखाड़ों में  छोगालाल उस्ताद व्यायामशाला और चंद्रपाल उस्ताद व्यायामशाला को प्रथम स्थान मिला। इसी तरह महिला वर्ग का प्रथम पुरस्कार श्री रामनाथ गुरू शस्त्रकला व्यायामशाला को दिया गया। 

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने चल समारोह सुचारू रूप से सम्पन्न होने पर इंदौर के नागरिकों, व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों, झाँकी आयोजकों और अखाड़ों के सदस्यों तथा मीडियाकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया है।

झाँकी निर्णायक समिति द्वारा अनुशंसित निर्णय

प्रथम पुरस्कार :  हुकमचंद मिल- (नरकासुर का वध) 

द्वितीय पुरस्कार :  राजकुमार मिल- (लंका दहन)  और मालवा मिल- (भगत के वश में है भगवान)

तृतीय पुरस्कार : कल्याण मिल- (सेना का शौर्य)

विशेष पुरस्कार : स्वदेशी मिल- (महाशिवरात्री पर शिव पूजा), होप टेक्सटाईल मिल-(गंगा का पृथ्वी पर अवतरण)

प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी परम्परा के निर्वहन में दिये जा रहे मिलों के महत्वपूर्ण योगदान के मद्देनजर पुरस्कार चयन में केवल मिलों की झांकियों को ही शामिल किया गया था।

अखाड़ों के पुरस्कार

चल समारोह में अखाड़ों तथा व्यायाम शालाओं के युवाओं द्वारा हैरत अंगेज प्रदर्शन तथा करतब दिखाये गये। शस्त्र कला की विधा को अखाड़ों तथा व्यायामशालाओं के कलाकारों ने इतनी विविधताओं तथा बारीकियों के साथ प्रस्तुत किया कि दर्शक देखते रह गये। निर्णायक समिति ने इस बार दो विधाओं लाठी तथा दो हाथ के पटे वर्ग में सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार के लिये अखाड़ों का चयन किया। अखाड़ा निर्णायक समिति द्वारा इन प्रस्तुतियों की उत्कृष्टता के आधार पर निम्नानुसार निर्णय अनुशंसित किये गये हैं। 

लाठी वर्ग

प्रथम :  छोगालाल उस्ताद व्यायामशाला

द्वितीय :  महावीर व्यायामशाला इतवारिया बाजार 

तृतीय :  रविदास व्यायामशाला

 विशेष : गाजीगुरू व्यायाम शाला तथा अहिरवार चैतन्य व्यायामशाला 

दो हाथ के पटे वर्ग

प्रथम : चंद्रपाल उस्ताद व्यायामशाला

द्वितीय : बिंदागुरू व्यायामशाला 

तृतीय : बाबूसिंह उस्ताद व्यायामशाला, नादिया नगर      

विशेष :  देवीदिन गुरू व्यायामशाला तथा हीरालाल उस्ताद व्यायामशाला

महिला वर्ग

प्रथम : श्री रामनाथ गुरू शस्त्रकला व्यायामशाला

द्वितीय : श्री पंचमुखी गुरू अखाड़ा

बालक वर्ग

 प्रथम  :  कार्तिक राजपूत (लोधीपंच व्यायामशाला)

 द्वितीय : आदित्य यादव(गुरू मोहन सिंह उस्ताद व्यायामशाला) 

 तृतीय : दिव्यांश बेलिया ( महाबलेश्वर व्यायामशाला)

 विशेष : विनय भारती (प्रमोद हार्डिया व्यायामशाला) तथा हितेश सौलंकी (बृजलाल उस्ताद व्यायामशाला)

बालिका वर्ग

प्रथम :  परिधि धीमान (धानुक समाज बृजलाल गुरू व्यायामशाला)

द्वितीय : जिया यादव (वीर बलवंत गुरू व्यायामशाला डमरू उस्ताद) 

तृतीय : भूमिका यादव (मार्तण्ड राव उस्ताद व्यायामशाला) 

विशेष : कनक वर्मा (दास हनुमान व्यायामशाला) तथा लक्ष्मी वैध (छोटू गुरू व्यायामशाला)

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