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वर्दी पर दाग: ब्रिगेडियर पर कुक और जवानों की पिटाई का आरोप, थप्पड़-घूंसे और गालियां देने के भी दावे, सेना ने शुरू की जांच

PALIWALWANI
वर्दी पर दाग: ब्रिगेडियर पर कुक और जवानों की पिटाई का आरोप, थप्पड़-घूंसे और गालियां देने के भी दावे, सेना ने शुरू की जांच
वर्दी पर दाग: ब्रिगेडियर पर कुक और जवानों की पिटाई का आरोप, थप्पड़-घूंसे और गालियां देने के भी दावे, सेना ने शुरू की जांच

Indian Army: भारतीय सेना ने एक गंभीर घटना की जांच के आदेश दिए हैं। दरअसल सेना के एक ब्रिगेडियर पर आरोप है की उन्होंने अपने आधिकारिक आवास पर तैनात रसोइए (Cook) समेत कुछ सैनिकों के साथ दुर्व्यवहार किया और उन पर हमला किया। यह घटना जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एक सेक्टर मुख्यालय में हुई। सेना ने कहा है कि वह इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करेगी और दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। सेना के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और सैन्य अभियान सामान्य रूप से जारी हैं।

राष्ट्रीय राइफल्स (RR) की अलग-अलग इकाइयों से तैनात थे जवान

सूत्रों के मुताबिक, जिन सैनिकों पर कथित रूप से हमला हुआ, वेराइफल्स (RR) की अलग-अलग इकाइयों से थे और ब्रिगेड कमांडर के आधिकारिक आवास की देखरेख के लिए तैनात थे। जब ब्रिगेडियर से इस मामले में प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने इसे “गलत जानकारी” बताते हुए कॉल काट दी। हालांकि, सेना ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरी जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि सच्चाई सामने आ सके।

जांच के दौरान यह भी देखा जाएगा कि क्या ब्रिगेडियर ने अपने रसोइए के साथ दुर्व्यवहार किया, उसे थप्पड़ मारे, घूंसे मारे और अपशब्द कहे। इसके अलावा, आरोप है कि जब रसोइए ने बचाव करने की कोशिश की, तो उसे और अधिक पीटा गया। कुछ अन्य कर्मचारियों पर भी हमला किया गया और जब वे भागने लगे, तो एक हवलदार को उन्हें पीटने का आदेश दिया गया, लेकिन अंततः उसकी भी पिटाई कर दी गई।

यह मामला सेना के आंतरिक शिकायत पोर्टल पर दर्ज किया गया, जिसके बाद उच्च अधिकारियों ने संज्ञान लिया। 3 मार्च को रोमियो फोर्स (Romeo Force) के डिप्टी जनरल ऑफिसर कमांडिंग (Dy GOC) द्वारा प्रारंभिक जांच शुरू की गई। इस दौरान एक वरिष्ठ सेना अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा भी किया, जिससे संकेत मिलता है कि सेना इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है।

सेना ने आश्वासन दिया है कि जांच निष्पक्ष होगी और यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने सैन्य अनुशासन और आंतरिक प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब सेना की जांच पूरी होने के बाद ही मिल सकेगा।

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