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डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को भारत के बाजारों में एंट्री मिलेगी
paliwalwani
इंडोनेशिया जैसी होगा भारत के साथ डील : ट्रंप
अमेरिका. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को भारत के बाजारों में एंट्री मिलेगी. उन्होंने कहा कि अब उन देशों के बाजारों में भी हमारी पहुंच हो गई है जहां पहले हम नहीं थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ ट्रेड डील पर जल्द बात बनने के संकेत दिए हैं. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ व्यापार समझौते के करीब है और दोनों देशों के बीच बातचीत अभी चल रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति की मानें तो उनका प्रशासन कुछ और ट्रेड एग्रीमेंट्स की घोषणा करने वाला है.
ट्रेड डील के बारे में बोलते हुए ट्रंप ने भारत का जिक्र करते हुए कहा कि एक और समझौता होने वाला है, लेकिन फिर उन्होंने 'शायद' भी जोड़ दिया. उन्होंने कहा, कल हमारा एक समझौता हुआ. एक और समझौता होने वाला है, शायद भारत के साथ... मुझे नहीं पता, हम बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने कहा सबसे अच्छा सौदा जो हम कर सकते हैं, वह एक लेटर भेजना है और लेटर में लिखा होता है कि आप 30%, 35%, 25%, 20% का भुगतान करेंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौता इंडोनेशिया के साथ किए गए करार के अनुरूप होगा. अमेरिका-इंडोनेशिया व्यापार समझौते के तहत, दक्षिण-पूर्व एशियाई देश अमेरिकी उत्पादों को अपने बाजार में पूरी पहुंच प्रदान करेगा, जबकि इंडोनेशिया की वस्तुओं पर अमेरिका में 19 फीसदी शुल्क लगेगा.
इसके अलावा, इंडोनेशिया ने अमेरिका से 15 अरब डॉलर की ऊर्जा खरीद, 4.5 अरब डॉलर के कृषि उत्पाद और 50 बोइंग जेट खरीदने की प्रतिबद्धता जताई है. ट्रंप ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत उसी दिशा में काम कर रहा है. हमें भारत में प्रवेश मिलेगा. आपको समझना होगा कि इनमें से किसी भी देश में हमारी पहुंच नहीं थी. हमारे लोग वहां नहीं जा सकते थे और अब हमें वहां प्रवेश मिल रहा है. यही हम टैरिफ के जरिये कर रहे हैं.’’
भारतीय दल अमेरिका के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर पांचवें दौर की वार्ता के लिए वाशिंगटन में हैं. भारतीय वाणिज्य मंत्रालय के दल की अमेरिका यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों पक्षों को कृषि और वाहन जैसे क्षेत्रों में समस्याओं का समाधान करना है. यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका ने भारत सहित कई देशों पर अतिरिक्त शुल्क को एक अगस्त तक के लिए टाल दिया है. भारत ने कृषि और डेयरी उत्पादों पर शुल्क में रियायत की अमेरिकी मांग पर अपना रुख कड़ा किया हुआ है.