दिल्ली
AK-47 से लेकर कई क्विंटल विस्फोटक, डॉक्टर आदिल इलाज की जगह रच रहा था आतंकी हमले की साजिश
paliwalwani
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक ऐसी आतंकी साजिश का खुलासा किया, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) अनंतनाग का पूर्व डॉक्टर आदिल अहमद, जो कभी मरीजों की जान बचाने की कसम खाता था, अब खुद मौत का सौदागर बन चुका था.
पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद हरियाणा के फरीदाबाद में छापेमारी की, जहां से 300 किलो विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट), एक AK-47 राइफल और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया. यह खुलासा इतना बड़ा था कि सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान रह गईं.
बता दें कि 8 नवंबर 2025 को श्रीनगर पुलिस ने डॉक्टर आदिल के लॉकर से AK-47 राइफल मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया था. पहले तो किसी को यकीन नहीं हुआ कि एक डॉक्टर, जो अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजिडेंट के तौर पर काम कर चुका था, आतंकी साजिश में शामिल हो सकता है. लेकिन पूछताछ में उसने जो बताया, उससे पुलिस के होश उड़ गए. डॉक्टर आदिल इलाज के बहाने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल था और आतंकियों को मदद पहुंचा रहा था.
जांच में पता चला कि डॉक्टर आदिल का सीधा संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से है। वह लंबे समय से भारत में आतंकी नेटवर्क को मजबूत करने में जुटा था. उसकी निशानदेही पर की गई फरीदाबाद छापेमारी में जो विस्फोटक मिला, वह किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश की ओर इशारा करता है। 300 किलो अमोनियम नाइट्रेट और हथियार किसी भी बड़े शहर को तबाह करने के लिए काफी थे. पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है, नेटवर्क के और तार कई राज्यों तक फैले हो सकते हैं.
इस पूरी साजिश के खुलासे ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है. पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक हरियाणा तक कैसे पहुंचा और इसका असली लक्ष्य क्या था. माना जा रहा है कि डॉक्टर आदिल अकेला नहीं था. इस नेटवर्क में कई और लोग शामिल हैं. आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि आतंक किसी वर्दी या पहचान तक सीमित नहीं रहा, कभी मरीजों का डॉक्टर अब देश के खिलाफ एक हथियार बना बैठा है और हजारों जानें लेने की तैयारी कर रहा था.





