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अलर्ट : आ गया कोरोना से भी खतरनाक मारबर्ग : घाना में 2 लोगों की मौत से हड़कंप
Paliwalwaniदिल्ली : दुनिया भर में कोरोना महामारी का संकट अभी भी बरकरार है। कई देशों में इसके संक्रमण के मामले कम हुए हैं तो कई जगहों पर बढ़ भी रहे हैं। भारत में भी कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच दुनिया एक नए वायरस ने भी दस्तक दे दी है, जिसे बेहद ही खतरनाक माना जा रहा है। इसका नाम मारबर्ग वायरस है। पश्चिमी अफ्रीकी देश गिनी में इस वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया है, जिसकी पुष्टि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मारबर्ग वायरस खतरनाक और जानलेवा इबोला वायरस से संबंधित है। माना जा रहा है कि मारबर्ग वायरस कोरोना से भी अधिक खतरनाक है। ऐसे में वैज्ञानिकों की चिंताएं काफी बढ़ गई हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह वायरस संभवत: चमगादड़ों में पाया जाता है।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने हड़कंप मचाया था. करोड़ों लोगों को जान गंवानी पड़ी. ऐसे में जैसे ही किसी नए वायरस का नाम सामने आता है तो लोगों के होश उड़ जाते हैं. ताजा मामला मारबर्ग वायरस का है. दुनिया भर के ज्यादातर देश कोरोना का कहर देख चुके हैं. कोरोना के कारण कई देशों को लॉकडाउन का सामना करना पड़ा और करोड़ों लोगों को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी. इससे दुनिया के कई देशों में आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा.
जिंदगियां पटरी पर लौटने में सालों लग गए. ऐसे में घाना में मारबर्ग वायरस के दो मामले सामने आने के बाद चिंता बढ़ गई है. स्काई न्यूज के मुताबिक घाना में पिछले महीने 2 लोगों की मौत हो गई थी. उनकी जांच रिपोर्ट अब सामने आई है और वे पॉजिटिव पाए गए हैं. उनमें एक की उम्र 26 साल और दूसरे की उम्र 51 साल बताया गया है. प्रशासन ने दोनों के संपर्क में आने वाले लोगों को आइसोलेट कर दिया है. हालांकि अबतक उन लोगों में कोई सिम्पटम्स नहीं देखा गया है. यह पहला मौका है जब पश्चिम अफ्रीकी देश घाना में इस वायरस के केस सामने आए हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) भी इसे लेकर अलर्ट हो गया है. डब्लूएचओ अफ्रीका के रिजनल डायरेक्टर Dr. Matshidiso Moeti ने कहा, ''हेल्थ अथॉरिटी इसे लेकर अलर्ट हो गई है ताकि अगर वायरस तेजी से फैलता है तो तुरंत कार्रवाई की जा सके. अगर मारबर्ग को लेकर तुरंत सावधानियां नहीं बरतीं गईं तो इस वायरस के तेजी से फैलने पर हालात बेकाबू हो सकते हैं. डब्लूएचओ हेल्थ अथॉरिटी को मदद कर रहा है और हम हालात को नियंत्रण में करने के लिए अधिक से अधिक साधन मुहैया करा रहे हैं.
2 से 21 दिन के बीच नजर आते हैं लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मारबर्ग वायरस इंसानों में गंभीर रक्तस्रावी बुखार का कारण बनता है। इसके लक्षण दो से 21 दिनों के बीच नजर आ सकते हैं। इसके संक्रमण के कारण होने वाली बीमारी तेज बुखार, तेज सिर दर्द और गंभीर अस्वस्थता के साथ अचानक शुरू हो जाती है।
अगर कोई व्यक्ति मारबर्ग वायरस से संक्रमित होता है तो उसे बुखार हो सकता है. इसके अलावा तेज सिरदर्द, डायरिया, शरीर में दर्द, उल्टी, मल में खून आना जैसे लक्षण हो सकते हैं. इसके अलावा नाक या अन्य जगहों से भी खून का रिसाव हो सकता है. इसलिए जहां मारबर्ग वायरस का संक्रमण होता है. उन इलाकों में लोगों में ये सिम्पटम्स दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और अपनी जांच करवानी चाहिए.
मारबर्ग वायरस के अन्य लक्षण क्या हैं?
- मांसपेशियों में दर्द
- गंभीर पानी जैसा दस्त (दस्त एक हफ्ते तक बना रह सकता है)
- पेट में दर्द और ऐंठन
- मतली और उल्टी (यह संक्रमण के तीसरे दिन शुरू हो सकती है)
- सुस्ती
आंखों का कमजोर होना
अस्वीकरण नोट: यह लेख मीडिया रिपोर्ट्स और विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। लेख में शामिल सूचना व तथ्य आपकी जागरूकता और जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किए गए हैं। किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण हों अथवा आप किसी रोग से ग्रसित हों तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।