देश-विदेश

कोरोना के बाद अब China में फ़ैल रहा नया वायरस : चीन के अस्पतालों में लगी भीड़

Pushplata
कोरोना के बाद अब China में फ़ैल रहा नया वायरस : चीन के अस्पतालों में लगी भीड़
कोरोना के बाद अब China में फ़ैल रहा नया वायरस : चीन के अस्पतालों में लगी भीड़

HMPV Virus : कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कैसी तबाही मचाई थी। हर देश की सांसें अटक गईं थी। लाखों लोग की जान इस वायरस ने ली थी। चीन की एक गलती ने पूरी दुनिया को बड़े संकट में डाल दिया। अब एक बार फिर चीन में एक नया वायरस (china naya virus) आतंक फैला रहा है। चीन के अस्पतालों में लंबी लाइनें लगी रहती हैं। अब चीन दुनिया को फिर से एक नई महामारी देने की तैयारी कर रहा है।

चीनी अस्पतालों में भीड़

कोविड-19 महामारी के दौरान अस्पतालों में पैर रखने की जगह नहीं थी और अब एक बार फिर चीन के अस्पतालों में लंबी कतारें लग रही हैं। कोरोना वायरस के बाद चीन में एक बार फिर मौत का खौफ लौट आया है। ठीक डेढ़ साल बाद चीन में एक और वायरस आ गया है। इस वायरस का नाम HMPV है। इसके आने का असर यह हुआ कि अस्पतालों में अंतहीन कतारें लग गईं।

लोगों के चेहरे पर मास्क है और उनके मन में अनजान मौत का डर दिख रहा है। महामारी के खतरे के बीच खबर ये है कि चीन में हवा में एक साथ चार वायरस फैल गए हैं। इन्फ्लुएंजा ए एचएमपीवी यानी माइकोप्लाज्मा निमोनिया वायरस तेजी से फैल रहा है। एचएमपीवी का पैटर्न कोरोना जैसा ही है। यानी ये वायरस हवा के जरिए भी फैल सकता है।

WHO ने भी साधी चुप्पी

जब कोरोना ने दुनिया में कहर बरपाया और अनगिनत लोगों की जान ले ली तो WHO ने काफी समय बाद इसे PENDAMIC घोषित किया और इस बार भी WHO ने चीन से आए नए वायरस पर चुप्पी साध रखी है। कोरोना के दौरान चीन ने अपने अपराध दुनिया से छुपाए।

इस बार भी चीन इस वायरस के हमले पर चुप है। लेकिन, खबर ये है कि चीन के कई हिस्सों में अघोषित आपातकाल लगा दिया गया है। अस्पतालों से लेकर श्मशान घाट तक अलर्ट जारी कर दिया गया है। तो सवाल उठता है कि क्या दुनिया एक बार फिर से एक और महामारी झेलने वाली है?

क्या है Human Metapneumoviru?

Human Metapneumovirus (HMPV) कोरोना की तरह मानव श्वसन तंत्र (human respiratory system) को इन्फेक्ट करता है। यह Pneumoviridae फैमिली के Metapneumovirus class से संबंधित है। इसकी खोज सबसे पहले 2001 में डच शोधकर्ताओं ने की थी।

कोरोना पहले फेफड़ों पर असर करता था लेकिन यह वायरस पाचन तंत्र और श्वसन तंत्र पर भी असर डालता है। यह मुख्य रूप से खांसी और छींक से निकलने वाली बूंदों से फैलता है। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. सर्दियों में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

विशेषज्ञों का सुझाव है कि जिन शिशुओं और बुजुर्गों की Defence system कमजोर होती है, उनमें Metapneumovirus से गंभीर बीमारी विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके लक्षण आमतौर पर आम फ्लू जैसे ही होते हैं, इसलिए लोग अक्सर इस संक्रमण को लेकर भ्रमित रहते हैं। गंभीर मामलों में मौत का खतरा काफी बढ़ जाता है।

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के लक्षण क्या हैं?

Human Metapneumovirus बीमारी के लक्षण भी कोरोना जैसे ही होते हैं। इसमें सर्दी जैसे लक्षण होते हैं। कई मामलों में खांसी और बुखार भी हो सकता है. यह वायरस धीरे-धीरे श्वसन तंत्र को प्रभावित करना शुरू कर देता है। कई मामलों में व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है। अगर स्थिति गंभीर हो जाए तो जान को खतरा हो सकता है। यह खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को अपना शिकार बनाता है।

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News