दिल्ली
जयललिता की हालत में सुधार- तमिलनाडु के अगले मुख्यमंत्री अजित कुमार हो सकते है !
Mohan Bagoraनई दिल्ली । तमिलनाडु की सीएम जयललिता दो हफ्ते से चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं. अपोलो अस्पताल ने गुरुवार को जारी ताजा हेल्थ बुलेटिन में कहा है कि सीएम जयललिता की हालत में सुधार हो रहा है लेकिन उन्हें लंबे समय तक अस्पताल में रहने की जरूरत है. अस्पताल ने कहा है कि जयललिता के इलाज पर एम्स के विशेषज्ञ और ब्रिटिश डॉक्टर रिचर्ड जॉन बीले भी नजर रख रहे हैं. जयललिता को सांस लेने में दिक्कत और डायबिटीज की दवा दी जा रही है. सीएम को एंटीबायोटिक्स भी दी जा रही है.
ट्विटर पर फैली अफवाह, हो चुकी है जयललिता की मौत !
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता बीमार हैं और पिछले दिनों से अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। कई दिनों से उन्हें सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है। इसके चलते सोशलमीडिया पर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही है। ट्विटर पर यह अफवाह भी फैल चुकी है कि जयललिता अब दुनिया में नहीं रहीं।
जयललिता के स्वास्थ्य की जानकारी वाली याचिका खारिज
पालीवाल वाणी ब्यूरो इससे पहले मद्रास हाइकोर्ट ने गुरुवार को उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें राज्य मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य की जानकारी देने की मांग की गयी थी। बता दें कि कोर्ट ने इसे प्रचार संबंधित याचिका मानी है।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत रिपोर्ट की मांग करते हुए ट्रैफिक रामास्वामी ने मद्रास हाइकोर्ट में याचिका डाली थी। याचिका में कहा गया कि तमिलनाडु के लोग जानना चाहते हैं कि जयललिता का स्वास्थ्य कैसा है।
ब्रिटिश डॉक्टरों को भी बुलाया
बुखार और डिहाइड्रेशन की शिकायत पर जयललिता को 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें देखने के लिए ब्रिटिश डॉक्टरों को भी बुलाया गया था
जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके का दावा-अजित कुमार को चुन लिया !
जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके का दावा है कि जयललिता ने अपने उत्तराधिकारी और तमिलनाडु के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर दक्षिण भारतीय अभिनेता अजित कुमार को चुन लिया था। कहा जा रहा है कि उत्तराधिकारी को लेकर यह फैसला जयललिता की वसीयत में लिखा हुआ है और इस वसीयत से जयललिता के बेहद भरोसमंद सहयोगी अच्छी तरह अवगत भी है। इससे पहले भ्रष्टाचार मामले में जब जयललिता को सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी तो पनीरसेल्वम को सीएम पद का प्रभार सौंपा गया था लेकिन जयललिता के उत्तराधिकारी के तौर पर पनीरसेल्वम की संभावना बिल्कुल नहीं है।
पालीवाल वाणी ब्यूरो