चित्तौड़गढ़

निंबाहेड़ा का सौभाग्य है कि उन्हें आंजना और कृपलानी जैसे जनप्रतिनिधि मिले

M. Ajnabee-Kishan Paliwal
निंबाहेड़ा का सौभाग्य है कि उन्हें आंजना और कृपलानी जैसे जनप्रतिनिधि मिले
निंबाहेड़ा का सौभाग्य है कि उन्हें आंजना और कृपलानी जैसे जनप्रतिनिधि मिले

निंबाहेड़ा. (संतोष जैन...) अक्सर राजनीतिक रूप से देखा जाता है कि दो परंपरागत प्रतिद्वंदी जो अलग-अलग विचारधाराओं के होते हैं अपने -अपने हिसाब से और अपने- अपने राजनीतिक फायदे के लिए कार्य करते हैं लेकिन शायद निंबाहेड़ा -छोटीसादड़ी विधानसभा क्षेत्र इस राजनीतिक छुआछूत से अब लगभग दूर सा है और क्षेत्र के दोनों ही जनप्रतिनिधि प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना और पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी क्षेत्र की जनता को इस महामारी के दौर में राहत पहुंचाने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। राजनीतिक रूप से आंजना और कृपलानी एक- दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंदी हैं लेकिन यह देखा गया है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद राजनीतिक सौहार्द के रूप में साथ चल कर काम करने की मिसाल प्रस्तुत करते हुए प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने निंबाहेड़ा की पहचान रहे राष्ट्रीय दशहरे मेले -2019 के उद्घाटन कार्यक्रम में पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी के साथ मेले का उद्घाटन कर विकास के सारे कामों में साथ और विश्वास की नींव रखी और उसी दशहरे मेले के मंच से सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने यह घोषणा भी की क्षेत्र के विकास के लिए विपक्ष का साथ भी उतना ही आवश्यक है जितना सरकार का और हर अच्छे कार्य के लिए विपक्ष के सुझाव का स्वागत है। अपनी इस बात पर कायम रहते हुए सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने समय-समय पर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी श्री चंद कृपलानी से क्षेत्र के विकास को लेकर चर्चाएं जारी रखी जो आज भी निरंतर जारी है।

● दोनों की राजनीतिक विचारधारा अलग है लेकिन क्षेत्र की जनता के लिए दोनों समर्पित हैं : पिछले ढाई वर्षो में एक पत्रकार के रूप में प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना से कई बार मुलाकात हुई और इन सारी मुलाकातों में एक चीज जो सार्वजनिक और व्यक्तिगत बातचीत में निकल कर सामने आई वह यह कि क्षेत्र के लिए किए गए कार्यों और आमजन की प्रतिक्रिया जानने की स्पष्टता से मुखरता आंजना में दिखाई दी। इतना ही नहीं आंजना की स्पष्टवादीता आज भी उतनी ही मुखर है जितनी पहले थी और इसीलिए वह स्ट्रेट फारवर्ड नेता के रूप में आम जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच अपनी पहचान बरकरार रखे हुए हैं। पिछले 2 वर्ष में लगभग लोक डाउन ,कोरोनावायरस और सरकार के राजनीतिक संकट के चलते कोई बड़ा कदम भले ही आंजना नहीं उठा पाए हो लेकिन निंबाहेड़ा रेफरल चिकित्सालय की व्यवस्थाओं में आमूलचूल सुधार करके उदयलाल आंजना ने यह स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि यदि इच्छाशक्ति मजबूत हो तो कोई भी कार्य कठिन नहीं होता है। पिछले 2 वर्षों में उप जिला चिकित्सालय में विभिन्न डॉक्टरों के पदों की रिक्तता को पूरा करना, चिकित्सालय के बिल्डिंग स्ट्रक्चर को नया रूप देना और चिकित्सा व्यवस्था में सुधार के लिए आंजना को हमेशा याद रखा जाएगा। इसी तरह चुनाव में किए गए कानून व्यवस्था में सुधार के मामलों को लेकर भी पिछले ढाई वर्षो में 2-4 घटनाओं को छोड़कर कानून व्यवस्था की स्थिति पूरे नियंत्रण में रही। आंजना ने सार्वजनिक रूप से किए गए अपने इस वादे को हमेशा राजनीतिक सोच से हटकर निभाया है कि क्षेत्र के विकास में सभी का साथ और सुझाव आवश्यक है और अच्छे सुझाव को उन्होंने हमेशा महत्व दिया है चाहे वह विपक्ष के ही क्यों न हो !दोनों राजनेताओं की इस जुगलबंदी का क्षेत्र के लोगों को काफी फायदा मिला।

● शमशान घर में एलपीजी या इलेक्ट्रिक पद्धति से दाह संस्कार की व्यवस्था पर विचार : अभी कुछ दिनों पूर्व ही प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना से राजीव गांधी की पुण्यतिथि के दिन मुलाकात हुई और क्षेत्र में कोरोना को लेकर चल रही गतिविधियों और विशेषकर क्षेत्र के लोगों के आकस्मिक निधन की बात पर जब उन्हें पता चला कि कुछ दिनों तक लगातार 10 से 12 दाह संस्कार हुए हैं और कब्रिस्तान में भी दफन हुए हैं तो उनके मुंह से बरबस ही निकल पड़ा कि लकड़ी की कमी तो नहीं आ रही है और लकड़ी की क्या व्यवस्था है ? उन्हें जब अवगत कराया गया कि अभी लकड़ी की कमी नहीं है तो उन्होंने बड़े व्यथित मन से कहा कि बीमारी के इस दौर में कब तक लकड़ी के भरोसे काम चलेगा लकड़ी की भी एक सीमा है उसके बाद यह मिलने में भी तकलीफ आएगी। आंजना ने वहां पर मौजूद नगर पालिका अध्यक्ष सुभाष शारदा को कहा कि नगर पालिका को शमशान घर में एलपीजी या इलेक्ट्रिक पद्धति से दाह संस्कार की व्यवस्था पर विचार करते हुए इसके लिए प्रयास करने चाहिए। पत्रकारों और पार्टी के नेताओं से अनौपचारिक बातचीत में आंजना ने जिला चिकित्सालय के विकास को लेकर भी एक सुव्यवस्थित डीपीआर (कार्य योजना) बनाकर ही विकास कार्य को मूर्त रूप देने की बातें जिससे कि निरंतर विकास के कार्य को गति मिल सके। क्षेत्रवासियों की मदद के लिए सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना और उनकी टीम जिसमें उनके भांजे पूरण आंजना ,विक्रम आंजना, निंबाहेड़ा नगर पालिका अध्यक्ष सुभाष शारदा, छोटी सादड़ी नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि मुस्तफा बोहरा ,ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पुरुषोत्तम झवर, पूर्व प्रधान गोपाल आंजना, पार्षद रवि सोनी यथासंभव हर पीड़ित की मदद करने में लगे हुए हैं।

● हर पीड़ित की मदद करने का पूरा प्रयास किया :  इसी तरह क्षेत्र के दूसरे जन नेता के रूप में प्रदेश के पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी क्षेत्र की जनता से अपना मुंह नहीं मोड़ा और जनता के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले मोड पर रहकर हर पीड़ित की मदद करने का पूरा प्रयास किया। कोरोना काल में कृपलानी की सेवाएं सराहनीय रही । कृपलानी ने बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के हर पीड़ित व्यक्ति को यथासंभव मदद करने के लिए उदयपुर, जयपुर ,अहमदाबाद ही नहीं जहां-जहां उससे विभिन्न व्यवस्थाएं हुई वह करने में उन्होंने सेवा में कोई कोर कसर नहीं रखी और इसी का परिणाम है कि क्षेत्र के अनगिनत लोग जो अपना उपचार क्षेत्र से बाहर करवाने गए थे उनसे और उनके परिजनों से निरंतर कृपलानी और उनकी टीम का संपर्क रहा और उसी का परिणाम है कि वह आज स्वस्थ होकर हमारे बीच मौजूद हैं।

● सेवा का जज्बा : पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी में शुरू से रहा है और इसका एक उदाहरण यह भी रहा कि कोरोना काल पहले दौर में श्री सेवा संस्थान के माध्यम से जरूरतमंदों को कच्ची सामग्री, भोजन के पैकेट ,निशुल्क दवाइयां और अन्य मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। राजनीतिक रूप से भले ही क्षेत्र में कृपलानी सत्ता में नहीं हो लेकिन कृपलानी की प्रशासनिक और व्यक्तिगत पकड़ बहुत मजबूत है और उसका उन्होंने क्षेत्र की जनता के लिए पूरा फायदा लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

● हमेशा राजनीतिक विरोधी रहे : राजनीतिक रूप से प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भले ही उनके हमेशा राजनीतिक विरोधी रहे हैं लेकिन दोनों में क्षेत्र के विकास के लिए जो तालमेल इस बार देखने को मिला है ऐसा तालमेल पहले कभी देखने को नहीं मिला है और इसी का परिणाम है कि आंजना और कृपलानी में पिछले ढाई वर्षो में कई बार क्षेत्र के विकास को लेकर बातचीत हुई है ,यहां तक की कृपलानी के कई सुझावों को आंजना ने बड़ा दिल रखते हुए न सिर्फ स्वीकार किया बल्कि राजनीतिक मतभेद होते हुए भी कई राजनीतिक मामलों में आंजना ने कृपलानी से आग्रह किया और कृपलानी ने भी क्षेत्र के विकास के लिए सहर्ष उन आग्रह को स्वीकार भी किया ।

● दिन- रात हर जरूरतमंद को मदद देने के लिए खुद तत्पर : इसी तरह पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी जहां खुद दिन- रात हर जरूरतमंद को मदद देने के लिए खुद तत्पर है वही उनके साथ उनकी टीम में पूर्व विधायक अशोक नवलखा, भाजपा नगर अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी, पार्षद मयंक अग्रवाल, देवकरण समदानी, के साथ-साथ उनके समर्थक जो उदयपुर भीलवाड़ा,,जयपुर और अहमदाबाद में मौजूद है हर जरूरतमंद की सहायता के लिए जी जान से जुटे हुए हैं।

● यह निंबाहेड़ा :  छोटीसादड़ी विधानसभा क्षेत्र का  सौभाग्य ही है कि दो अलग-अलग विचारधाराओं के नेता क्षेत्र की जनता की सेवा के लिए कोई कसर नहीं रख रहे हैं। निश्चित रूप से राजस्थान में राजनीति में इस तरह का सामजस्य और कहीं देखने को नहीं मिलेगा। बहरहाल इन दोनों नेताओं के समझदारी और सामंजस्य को देखकर दोनों पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी इन नेताओं से प्रेरणा लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने की बजाएं फिलहाल आम जनता को राहत देने के लिए सामूहिक प्रयास करने चाहिए जिसके सुखद परिणाम क्षेत्र की जनता को मिल सके।

● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क.M. Ajnabee-Kishan Paliwa...

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