भोपाल

सात प्रतिशत डीए की मांग के साथ 45000 स्थाईकर्मियों को नियमित करने और 4.50 लाख पेंशनर्स को समय पर भुगतान करो सरकार

sunil paliwal-Anil Bagora
सात प्रतिशत डीए की मांग के साथ 45000 स्थाईकर्मियों को नियमित करने और 4.50 लाख पेंशनर्स को समय पर भुगतान करो सरकार
सात प्रतिशत डीए की मांग के साथ 45000 स्थाईकर्मियों को नियमित करने और 4.50 लाख पेंशनर्स को समय पर भुगतान करो सरकार

लालफीताशाही के कारण कर्मचारी काली दिवाली मनाने के लिए हम लोग मजबूर

भोपाल. मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा का जिलास्तरीय भोपाल में अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया. सतपुड़ा भवन से मंत्रालय होते हुए विंध्याचल तक रैली निकाली गई तथा सभा की गई.

जिसमें मोर्चे के सभी घटक संघ सम्मिलित हुए सभी घटक संघ के प्रांत अध्यक्ष ने एक स्वर में एक ही बात कही कि आज सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्मचारी अधिकारी विरोध के नीतियों के कारण काली दिवाली मनाने में हम लोगों को मजबूर होना पड़ रहा है. केंद्र के समान ना महंगाई भत्ता दिया जा रहा है ना ही गृह भाड़ा भत्ता दिया जा रहा है. ना ही पदोन्नति दी जा रही है.

लिपि को की वेतन भी संगति दूर नहीं की जा रही हैं, जो साथी लिपिक संपर्क में अनुकंपा नियुक्ति में आए हैं. सीपीसीटी समय पर नहीं कर पाए उनका सेवा से पृथक किया जा रहा हैं. चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों का ग्रेड पे 1800 नहीं किया जा रहा हैं. 45000 स्थाई कर्मी को नियमित की कार्यवाही नहीं की जा रही हैं. 20000 अंशकालीन कर्मचारी केवल 5000 में काम करने में मजबूर हैं. संविदा के कर्मचारियों को पूर्ववर्ती सरकार ने नियमित करने के लिए कहा था, उनको नियमित नहीं किया जा रहा है.

4.50 लाख पेंशनर्स को धारा 49 के कारण समय पर पेंशन का भुगतान एवं महंगाई भत्ता के एरियर्स का भुगतान नहीं हो पा रहा है. मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष एमपी द्विवेदी लिपिक वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने अपने उद्बोधन में कहा की प्रदेश के 7.30 लाख अधिकारी कर्मचारी एवं 5 लाख पेंशनर्स को दीपावली के समय महंगाई भत्ते की राशि नहीं दी जा रही है एवं अन्य भागों पर विचार नहीं किया जा रहा हैं. यदि समय पर निराकरण नहीं होता तो बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी.

इसी क्रम में मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के प्रत अध्यक्ष एवं मोर्चे के संयोजक महेंद्र शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा की 45000 स्थाई कर्मियों को नियमित नहीं किया जा रहा हैं. 20000 अंशकालीन कर्मचारियों को केवल ₹5000 में अपना जीवन यापन करना पड़ रहा हैं. यह सरकार की गरीब कर्मचारियों के दमन विरोधी नीति के नीति है, आने वाले समय में मोर्चे की बैठक होगी. जो भी निर्णय होगा उसके लिए हम सब लोग एकजुट होकर सरकार से मांगे मनवाने का प्रयास करेंगे.

प्रदर्शन में सभी सहयोगी संगठन राजपत्रित अधिकारी संघ के अध्यक्ष डीके यादव, तृतीय वर्ग सासाकी कर्मचारी संघ के विजय मिश्रा, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के विजय रघुवंशी, इंजीनियर संगठन के महामंत्री जीपी पाठक, कर्मचारी कांग्रेस से सुरेंद्र निगम, राज कर्मचारी संघ के महामंत्री जितेंद्र सिंह राजपूत, प्रांत अध्यक्ष हेमंत श्रीवास्तव, शिक्षक कांग्रेस के अध्यक्ष सतीश शर्मा, वन कर्मचारी संघ के महामंत्री श्री तिवारी, पेंशनर्स संघ के कार्यकारी अध्यक्ष एलएन कैलासिया, स्वास्थ्य संघ के अध्यक्ष एसबी सिंह, वाहन चालक यंत्र संघ के अध्यक्ष मोहम्मद साबिर खान, एजक्स संघ के महामंत्री गौतम पाटिल, अशोक वन, लिपिक वर्ग के कार्यकारी अध्यक्ष संजय दुबे, अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मोहन अय्यर, मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के संयोजक निहाल सिंह जाट, जिला अध्यक्ष राम कुंडल सेन, संविदा अधिकारी कर्मचारी संघ के प्रत अध्यक्ष रमेश राठौड,़ निगम मंडल एवं निगम महासंघ के अध्यक्ष संयोजक अनिल बाजपेई, अजय श्रीवास्तव, नीलू, नगर निगम नगर पालिका के अध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी सहित सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन मोर्चा के जिला अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी ने किया.

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