आमेट
Amet News : तेरापंथ भवन में अठाई की तपस्या का तप अभिनंदन समारोह आयोजित
M. Ajnabee, Kishan paliwal
आमेट. तेरापंथ भवन में विराजित महातपस्वी युगप्रधान आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी सम्यक प्रभा ठाणा 4 के सानिध्य में चातुर्मास की प्रथम तपस्वी गहरी बाई डांगी के 8 की तपस्या कार्यक्रम तप अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी श्री द्वारा नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से प्रारंभ किया।
महिला मंडल बहनों द्वारा मंगलाचरण किया गया। साध्वी सम्यक प्रभा ने मंगल उद्बोधन में फरमाया की तप का अर्थ है ! अपने इंद्रियों पर विजय पाना जिस प्रकार पुष्प की कली -कली में सौरभ व्याप्त है उसी प्रकार जैन दर्शन के प्रत्येक चिंतन में तप का महत्व है तपस्या करके तपस्वी पूर्व संचित कर्मों का क्षय करता है।
साध्वी श्री मलय प्रभा ने कहा कि तपस्या कर्म शोधन के लिए करें न की कर्मबंधन के लिए अर्थात तपस्या करने के पीछे हमारा एक मात्र लक्ष्य रहे कर्म निर्जरा। साध्वी श्री ने तपस्वी को आगे और तपस्या करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर महेंद्र कुमार बोहरा, गणपत लाल डांगी, सागरमल कावड़िया, चतर लाल डांगी, व डांगी परिवार बहनों द्वारा संभाषण एवं सुमधुर गीतिका द्वारा तप अनुमोदन किया।
तपस्वी का सम्मान तपस्या द्वारा में देवेंद्र कुमार बाफना व जीवन ज्योति बाफना ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सभा मंत्री मनोहर लाल पितलिया किया। स्थानीय तेरापंथ सभा व युवक परिषद सामायीक कीट व अभिनंदन पत्र द्वारा सम्मान किया गया। श्रावक-श्राविकाओ ने हर्ष की ध्वनि के साथ तपस्वी का तप अनुमोदना किया। कार्यक्रम की जानकारी जेटीऐन प्रतिनिधि पवन कच्छारा ने दी।
● M. Ajnabee, Kishan paliwal