धर्मशास्त्र

कार्तिक कृष्ण पक्ष : धनतेरस पर कुबेर देव के ये 5 मंत्र करेंगे आपको धनवान

Paliwalwani
कार्तिक कृष्ण पक्ष : धनतेरस पर कुबेर देव के ये 5 मंत्र करेंगे आपको धनवान
कार्तिक कृष्ण पक्ष : धनतेरस पर कुबेर देव के ये 5 मंत्र करेंगे आपको धनवान

हर वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाई जाती है. इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी के साथ ही धन के देवता भगवान कुबेर की पूजा करने का विधान है. धार्मिक मान्यता (religious affiliation) के अनुसार इसी दिन समुंद्र मंथन के दौरान धन्वंतरि अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे. धनतेरस और दिवाली में माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है. मान्यता है कि माता लक्ष्मी और कुबेर जी के प्रसन्न होने से घर पर धन-धान्य की कमी नहीं रहती है. कुबेर जी मंदिर देश के कई राज्यों में स्थित हैं. उत्तराखंड के अलावा दक्षिण भारत में भी कुबेर जी का मंदिर है.

धनतरेस पर कुबेर देव की पूजा-पाठ और पूजा में कुबेर मंत्र का जाप जरूर करें. इससे भगवान कुबेर देव प्रसन्न होकर आपको धन-धान्य का आशीर्वाद देते हैं. बता दें कि इस साल धनतेरस का पावन पर्व रविवार 23 अक्टूबर 2022 को है. आचार्य गुरमीत सिंह जी से जानते हैं कुबेर देव की पूजा और मंत्रों के बारे में.

अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र

ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः। जाप विधि- कुबेर देव की कृपा प्राप्त करने के लिए यह मंत्र फलदायी माना जाता है.धनतेरस के दिन यदि आप इस मंत्र का जाप करते हैं तो आपको धन, पद, प्रतिष्ठा, सम्मान और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

अमोघ मंत्र

ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये॥ धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥ जाप विधि- इस मंत्र का जाप दक्षिण दिशा की ओर मुख करके 108 बार करना लाभकारी होता है. जाप करते समय समय कुछ कौड़ी अपने पास रखें.

धन प्राप्ति के मंत्र

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥ जाप विधि- धनतरेस पर कुबेर देव की पूजा के बाद इस मंत्र का जाप करें. इससे धन की कमी नहीं होती और व्यक्ति सभी भौतिक सुखों को प्राप्त करता है.

पंच त्रिंशदक्षर मंत्र

ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धनधान्या समृद्धि देहि दापय स्वाहा॥ जाप विधि-इस मंत्र का जाप करने से अनंत वैभव और धन की प्राप्ति होती है. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके इस मंत्र का जाप करने से यह सिद्ध होता है.

अष्टाक्षर मंत्र

ॐ वैश्रवणाय स्वाहा:।।

कुबेर देव पूजा विधि

धन के देवता भगवान कुबेर की पूजा के लिए धनतेरस का दिन सबसे उत्तम माना जाता है. इसके अलावा आप प्रतिदिन या किसी भी चंद्र मास के 13वें दिन भगवान कुबेर की पूजा जरूर करें. कुबेर देव की पूजा के लिए सबसे पहले पूजा स्थान को साफ कर एक पीले रंग का कपड़ा बिछाएं. इसके बाद कुबेर देव की प्रतिमा या कुबेर यंत्र को स्थापित करें. फिर पीले अक्षत, सिंदूर, हल्दी और पुष्प चढ़ाएं. अब कुबेर मंत्रों का जाप करें. इसके बाद कुबेर देवता की आरती करें. इस तरह के कुबेर देवता की पूजा और मंत्रों का जाप करने से धन से जुड़ी सभी समस्या का निदान होता है.

भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के उपाय-

मान्यता है कि हर दिन अपने घर के आंगन में सुबह-शाम 27 दिन तक घी का दीपक जलाकर नीचे दिए मंत्र का जप 108 बार मोती या लाल चंदन की माला से करने से धन के देवता कुबेर जी कृपा बनी रहती है. भगवान कुबेर देव की स्तुति का पाठ करना लाभकारी होता है.

तमिलनाडु में भी है कुबेर मंदिर-

कुबेर जी का मंदिर तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में है। तमरपरानी नदी के तट पर बना हरिकेसवनाल्लुर मंदिर एक छोटे गांव में है. इस गांव को कुबेरपुरी नाम से जानते हैं. यहां भगवान शिव को (अर्यनाथर) और देवी पार्वती (पेरियनायकी) के रूप में पूजा जाता है. मंदिर में ही दो शिवलिंग मौजूद हैं. जिन्हें अर्यनाथर और कुबेर लिंग कहा जाता है. मान्यता है कि इस मंदिर में विधि-विधान से पूजा-पाठ करने से मंगल दोष का निवारण होता है.

उत्तराखंड में कहां है कुबेर मंदिर-

देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध उत्तराखंड अपने मंदिरों के लिए जाना जाता है। यहां कुबेर जी का एक मात्र मंदिर अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम में स्थित है. मान्यता है कि इस मंदिर में आकर पूजन करने और चांदी का सिक्का यहां से ले जाने पर जीवन में पैसों की कमी नहीं होती है.

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