Friday, 12 December 2025

धर्मशास्त्र

आने वाली पोशदशमी 13 14 15 दिसंबर 2025 को भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का जन्म कल्याण दिन

paliwalwani
आने वाली पोशदशमी  13 14 15 दिसंबर  2025 को भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का जन्म कल्याण दिन
आने वाली पोशदशमी 13 14 15 दिसंबर 2025 को भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का जन्म कल्याण दिन

आने वाली पोशदशमी  13 14 15 दिसंबर  2025 को भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का जन्म कल्याण दिन  मनाया जाता है।

पर्श्वनाथ भगवान  का जन्म कल्याण 

भगवान पर्श्वनाथ जैन धर्म के तेइसवें तीर्थंकर हैं। उनका जन्म कल्याण जैन परंपरा में अत्यंत पावन और शुभ माना जाता है। नीचे उनके जन्म कल्याण का सरल, स्पष्ट और पारंपरिक विवरण प्रस्तुत है:

⭐ पर्श्वनाथ भगवान का जन्म कल्याण

जन्म स्थान

भगवान पर्श्वनाथ का जन्म वाराणसी (काशी) के अश्वसेना राजा और रानी वामादेवी के यहां हुआ था।

जन्म तिथि

जैन शास्त्रों के अनुसार उनका जन्म पौष कृष्ण एकादशी के दिन माना जाता है।

जन्म के समय होने वाले चमत्कार

परंपरा के अनुसार, उनके जन्म के समय कई शुभ लक्षण प्रकट हुए—

दिशाओं में सुखद प्रकाश फैल गया

देवताओं ने आकाश से पुष्पवर्षा की

वातावरण में शांति और प्रसन्नता की अनुभूति हुई

माता-पिता को उनके गर्भकाल में शुभ स्वप्न प्राप्त हुए

शिशु अवस्था

बाल्यकाल से ही पर्श्वनाथ अत्यंत करुणामय, शांत, धर्मनिष्ठ और सहनशील थे।

वे जीव हिंसा से घृणा करते थे और जीव–दया का संदेश देते थे।

परिवार और राजसी जीवन

राजकुमार होते हुए भी वे वैभव से विरक्त थे।

उनके हृदय में त्याग, तपस्या और संसार के कल्याण की भावना प्रबल थी।

दीक्षा

 संन्यास ग्रहण किया और मानवता को अहिंसा व सत्य का संदेश देने लगे।

तीर्थंकरत्व

अत्यंत गहन साधना के बाद उन्हें केवलज्ञान प्राप्त हुआ और वे तेइसवें तीर्थंकर बने।

यदि आप चाहें तो मैं पर्श्वनाथ भगवान के चारों कल्याण (गर्भ, जन्म, दीक्षा, केवलज्ञान) का पूरा विस्तृत वर्णन भी दे सकता हूँ।

यही शुभ अवसर पर श्री ॐ लब्धि साधना केंद्र एवं तेजस गुरूजी द्वारा अभिमंत्रित हाथ जोड़ी और सियार सिंगी तैयार किया गया है तो जल्द से जल्द बुक कारऎ ।

सियार सिंगी के लाभ:- 

1. सियार सिंगी घर में रखने से धन का आगमन धन का बचत और व्यक्ति की इच्छाये धीरे धीरे अपने आप पूरी होने लगती है।

2. सियार सिंघी व्यापार या नौकरी में उनती करने लिए बहुत लाभदायक है

3. कई बार ईर्ष्या के कारण कुछ लोग तंत्र प्रयोग कर देते हैं जिससे दूकान में ग्राहक नहीं आते यां कार्य सफल नहीं  होते. ऐसे में सियार सिंघी  इन परस्थितियों में इनका प्रयोग राम बाण की तरह है

4. जिस व्यक्ति के पास यह होती है l उसे किसी बात कि कमी नहीं होती l

5. इसे घर में रखने से सकारात्मक उर्जा का अनुभव होता है !

6. यदि इसे हाथा जोड़ी के साथ रखा जाए तो यह बहुत शक्तिशाली हो जाती है l और धन-सम्पति, वशीकरण, शत्रु शमन मे व्यक्ति सशक्त हो जाता है l

7. मारकेश दशा (कुंडली में स्थित मृत्यु कारक ग्रह की दशा, जिस दौरान मृत्यु की संभावना सबसे अधिक होती है) चल रही हो तो सियार सिंगी सदैव पास में रखे l

8. अगर प्रेमी यां प्रेमिका का मन बदल गया हो , कोई अधिकारी आपके विरोध में कार्य कर रहा हो, परिवार में कोई सदस्य गलत रास्ते पर जा रहा हो तो सियार सिंघी से वशीकरण प्रयोग करके उसका मन बदला जा सकता है.पति- पत्नी में अगर कलह रहती हो तो वशीकरण से आपस में विवाद ख़तम किये जा सकते हैं . इस प्रयोग को आजमाने के लिए नहीं करना चाहिए. जब कोई और चारा ना बचे तब इसको करें .

9. क्या आपको हमेशा अजीब सा डर सताता रहता है। कभी अपने दुश्मनों का तो कभी किसी अंजान शक्ति का। या फिर ऐसा लगता है कि आपके दुश्मन आपका बुरा करने में लगे हैं और आप कुछ भी नहीं कर पा रहे। ऐसे लोग इस विषय में सोचते-सोचते काफी हद तक मानसिक रूप से कमजोर भी हो जाते हैं। यदि आपके साथ भी यही समस्या है तो सियार सिंगी का प्रयोग करें

10. यदि आप लगातार कर्जों से परेशान हों या व्यवसाय में बाधा आ रही हो, या किसी भी प्रकार आय में वृद्धि नहीं हो पा रही हो, तो एक सियार सिंगी एक चांदी या स्टील की डिब्बी में रख लें व प्रत्येक पुष्य नक्षत्र में सिंदूर चढ़ाते रहें। ऐसा करने से आप की उपर्युक्त सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी व शीघ्र ही फल की प्राप्ति होगी। और व्यवसाय बढ़ने लगेगा , अगर नौकरी में है तो तरकी का मार्ग बनेगा।

 हत्था जोड़ी के लाभ :- 

हत्था जोड़ी अच्छी किस्मत का प्रतीक :

हत्था जोड़ी को एक दुर्लभ भाग्यशाली आकर्षण भी माना जाता है जो धारक को भाग्य, ज्ञान, धन और आकर्षण प्रदान करता है। जब धारक को ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है जिसमें वे सट्टेबाजी कर रहे हैं, एक परीक्षण में या अनुकूल रूप से जीतने की जरूरत है, तो इस जड़ को अपने कब्जे में रखने से उनकी किस्मत और दूसरे प्रतिद्वंद्वी पर विजय प्राप्त करने की क्षमता को बढ़ावा मिलेगा।

अगर आपको लंबे समय से व्यापार में हानि हो रही है तो ये जड़ आपके लिए काफी मददगार है. सिद्ध की हुई जड़ को अपने कार्यस्थल पर रखने से आपको मुनाफा होने लगेगा.

यदि कोर्ट कचहरी के मामलों में फंसे हुए हैं, तो जब भी इस काम से घर से निकलें, सिद्ध की हुई इस जड़ को साथ लेकर जाएं. फैसला आपके पक्ष में होगा.

॥संपर्क॥

अमदावाद 

बी/301 राजयश रिवान्टा फ्लैट 

जी बी शाह कोलेज पीछे ,वासणा 

380007 अमदावाद 

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