धर्मशास्त्र
Chanakya Niti : दुख और संकट में इन बातों को नहीं भूलना चाहिए
paliwalwaniChanakya Niti Hindi : चाणक्य ने मनुष्य के जीवन से जुड़ी हर चीज का बहुत ही गहराई से अध्ययन किया था. चाणक्य का मानना था कि व्यक्ति अपने आदतों से अच्छा और बुरा कहलाता है.
जो व्यक्ति सीमित संसाधन और विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य नहीं खोता है और निरंतर अपनी स्थिति को सुधारने और बेहतर बनाने की दिशा में प्रयासरत रहता है. वही व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है. ऐसे लोगों को सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. ऐसे लोग दूसरों को प्ररेणा प्रदान करने का कार्य करते हैं. समाज में ऐसे लोगों को सराहना प्राप्त होती है.
चाणक्य के अनुसार दुख और संकट सभी के जीवन में आते हैं. धरती पर ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जिसे जीवन में परेशानियों को सामना न करने पड़े. जो लोग विपत्ति आने पर घबरा जाते हैं और अपना हौंसला खो देते हैं. ऐसे लोग जीवन में सिर्फ असफलता का मुख देखते हैं वहीं जो व्यक्ति इन परिस्थितियों से लड़ता है, और अंतिम सांस तक प्रयास करता है, उसे विजय प्राप्त होती है. खराब समय में चाणक्य की इन बातों को याद रखना चाहिए.
बुरा वक्त अपनी गलतियों को सुधारने का अवसर प्रदान करता है
चाणक्य के अनुसार बुरा वक्त आपको बहुत कुछ सीखाता है. इंसानों से कभी गलत फैसले और गलत कार्य भी हो जाते हैं. बुरे वक्त में अपनी गलतियों को समझें और उन्हें दूर करने का प्रयास करें. बुरा वक्त आपकी क्षमताओं में वृद्धि भी कराता है.
बुरे वक्त में अपने और पराए की पहचान होती है
चाणक्य की मानें तो व्यक्ति का जब बुरा समय आता है तो इस दौर में उसे लोगों के बारे में सही ज्ञान होता है. बुरे वक्त में स्वार्थी और मतलबी लोग साथ छोड़कर चले जाते हैं, जो आपसे सच्चा प्रेम करते हैं वहीं आपके पास मौजूद होते हैं.