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तमिलनाडु : मां ने बेटे की कॉलेज फीस भरने के लिए बस के सामने कूदकर दी जान, मुआवजे के पैसे से ‘लाल’ का भविष्य बनाना चाहती थी
Pushplataतमिलनाडु के सेलम से दिल को दुखाने वाला एक मामला सामने आया है। यहां एक मां ने बेटे की पढ़ाई पूरी करने की खातिर अपनी जान दे दी। वह बस के सामने कूद गई ताकि हादसे के बाद सरकार की तरफ से मिलने वाले मुआवजे के पैसे से अपने बेटे की कॉलेज की फीस भर सके। हालांकि दुर्घटना में महिला की मौत हो गई। वह जानबूझकर चलती बस के सामने कूद गई ताकि उसकी मौत के बाद उसके बेटे को मुआवजा मिल जाए और वह अपनी फीस भर ले। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें महिला को खुदकुशी करते देखा जा सकता है। घटना के बारे में जानकर लोग हैरानी जता रहे हैं।
बेटे की फीस ना भर पाने से महिला परेशान थी
महिला की पहचान पपाथी के रूप में हुई है। वह 45 साल की थी। वह अपने बेटे की फीस ना भर पाने के कारण परेशान थी। वह कलेक्टर ऑफिस में सफाई कर्मचारी थी। उसने अपने बेटे को पढ़ा-लिखाकर कुछ बनाने का सपना देखा था। वह मुश्किल दौर से गुजर रही थी। उसने अपनी जिंदगी में काफी संघर्ष किए लेकिन हार नहीं मानी। उसने अपने बेटे का दाखिला स्कूल में करा दिया था। वह उसी पढ़ाई का खर्चा उठा रही थी। कुछ दिनों से वह आर्थिक तंगी से जूझ रही थी। उसने बेटे की फीस भरने के लिए बहुत कोशिश की मगर कामयाब नहीं हो सकी। महिला ने किसी से अपनी परेशानी शेयर की। उस शख्स ने महिला को गुमराह किया और कहा कि अगर वह रोड एक्सीडेंट में मर जाती है तो सरकार की तरफ से उसके परिवार को मुआवजा मिलेगा।
मुआवजे के पैसे से बेटे का भविष्य बेहतर बनाना चाहती थी
इसके बाद महिला ने बेटे लिए खुदकुशी करने की सोची। वह 28 जून को तमिलनाडु सरकार से वित्तीय मदद पाने के लिए चलती बस के सामने कूद गई। वह अपने बेटे का भविष्य बेहतर बनाना चाहती थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला ने घटना वाले दिन एक बार और बस के सामने कूदकर जान देने की कोशिश की थी मदर वह बाइक से टकरा गई। इसके बाद वह दोबारा बस के सामने जाकर टकरा गई। हादसे में महिला की मौत हो गई। सीसीटीवी में देखा जा सकता है कि महिला बस से टकरा जाती है और फिर उसकी मौत हो जाती है।
बेटे की खातिर मौत को लगाया गले
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, वह बेटे की फीस ना चुका पाने के कारण डिप्रेशन में थी। किसी ने उसे गुमराह कर दिया था कि अगर उसकी रोड एक्सीडेंट में मौत हो जाती है तो उसके बेटे को मुआवजा मिल जाएगा। इसके बाद महिला ने बेटे की खातिर मौत को गले लगाना चुना। जानकारी में यह भी बात सामने आई है कि वह 15 सालों से पति से अलग रह रही थी। वह अकेले ही बेटे को पाल रही थी। फिलहाल घटना की जांच की जा रही है। मां का दिल आखिर मां का ही होता है। मां की जगह दुनिया में कोई नहीं ले सकता। अब इस मां को ही देख लीजिए जो मरकर अपने बेटे को खुशी देना चाहती थी। उसे तरक्की देना चाहती थी। उसने सोचा होगा कि भले वह दुनिया में ना रहे मगर उसका बेटा तो खुश रहे। उसके पास बेटे की फीस के पैसे नहीं थे, इसकी कीमत उसने जान देकर चुकाई।