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सिंगापुर खुली स्पर्धा पहली बार जीत कर सिंधु ने पहला सुपर-500 खिताब हासिल किया

धर्मेश यशलहा "स्मैश "
सिंगापुर खुली स्पर्धा पहली बार जीत कर सिंधु ने पहला सुपर-500 खिताब हासिल किया
सिंगापुर खुली स्पर्धा पहली बार जीत कर सिंधु ने पहला सुपर-500 खिताब हासिल किया

धर्मेश यशलहा 

भारत की पुसर्ला वैंकट सिंधु का एक और सपना सच हुआ, वे ओलंपिक में रजत सहित दो पदक ले आई,  विश्व विजेता बन गई लेकिन अब तक विश्व टूर की कोई सुपर-500 बैडमिंटन स्पर्धा नहीं जीत सकी थी, 17 जुलाई 2022 को  सिंगापुर में सिंगापुर खुली सुपर-500 बैडमिंटन स्पर्धा जीत कर 27 वर्षीय सिंधु ने   राष्ट्रमंडल खेलों से पहले खिताब जीतने की चाहत को फाइनल में एशियाई विजेता चीन की वांग झि यि को 21-9,11-21,21-15 से 58मिनट में हराकर पूरी की, वे सिंगापुर खुली बैडमिंटन स्पर्धा जीतने वाली तीसरी भारतीय हैं,

2010 में साइना नेहवाल और 2017 में  बी साईंप्रणीत ने यह स्पर्धा जीती, सिंधु पिछली बार (2019में) सेमीफाइनल में हारी थी, वे पहली बार यह स्पर्धा जीती है, सिंधु इससे पहले 2018 में भारतीय खुली और चीन खुली सुपर-500 स्पर्धा में फाइनल खेली लेकिन उपविजेता रही, विश्व नंबर 7  सिंधु का यह तीसरा सुपर-500 और इस साल तीसरा विश्व टूर सुपर स्पर्धा फाइनल हैं,

सिंधु ने 23 जनवरी  को लखनऊ में सैयद मोदी इंडिया अंतरराष्ट्रीय और 27 मार्च को स्विटजरलैंड के बाबेल में स्विस खुली सुपर-300 स्पर्धा खिताब जीते,वे इस साल लगभग चार माह बाद किसी स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने में सफल हुई और तीसरा खिताब हासिल किया,वे पिछले दो सप्ताह में मलेशिया की खुली और मास्टर्स सहित इस साल 6 स्पर्धाओं में क्वार्टर फाइनल खेली हैं,

तीसरे क्रम की पी वी सिंधु ने फाइनल के पहले गेम में 0-2 के बाद जोरदार खेल दिखाया और लगातार 13अंक बटोर कर 13-2की बढ़त बना ली,14-4,17-7और 18-8की बढ़त  लेकर सिंधु ने पहला गेम 12मिनट में 21-9से जीत लिया, दूसरे गेम में सिंधु विश्व नंबर 11वांग झि यि से 0-6,2-7और 3-11से पिछड़ने के बाद थोडा संभली, फिर भी 8-16और 10-19से पीछे होकर 16मिनट में दूसरा गेम हार गई, 

तीसरे और निर्णायक गेम में आधे समय तक अंक दर अंक संघर्ष हुआ, सिंधु के पहला अंक बनाने के बाद वे 1-3से पीछे,4-3से आगे 4-4और 5-5 के बाद 8-5से आगे हुई, क्रास कोर्ट स्मैश लगाकर सिंधु ने 11-6की बढ़त ली जो 22 वर्षीय वांग ने 9-11और 11-12 कर ली, नेट टेप, जजमेंट और क्रास कोर्ट स्मैश के सहारे सिंधु ने 15-11,16-12और 19-14 की बढ़त बनाई और आधे घंटे में यह गेम जीतकर  विश्व टूर का 18वां  खिताब हासिल किया , वांग झि यि का भी इस साल यह तीसरा फाइनल हैं,

 मेरे लिए यह विशेष खिताबी जीत है-सिंधु 

 पी वी सिंधु ने इस साल की तीसरी खिताबी जीत पर कहा "27 साल की होने के बाद यह मेरा पहला खिताब है और मैं लम्बे समय बाद खिताब जीती हूं, इसलिए यह मेरे लिए अतिरिक्त विशेष खिताब है, मैं अपने ट्रेनर एम श्रीकांत,  महिला फीजियो बादाम इवांगेलिने और प्रशिक्षक पार्क ताई संग की विशेष आभारी हूं जिनकी वजह से मैं लगातार फिट रही और हूं, मेरे लिए अधिक ख़ुशी की बात है कि आज मेरे पिताजी पी वी रमन्ना भी दर्शकों में मौजूद हैं जो हमेशा मुझे मार्गदर्शन देते रहते है, मेरा अगला लक्ष्य राष्ट्रमंडल खेल और विश्व बैडमिंटन स्पर्धा हैं," सिंधु कहती है फाइनल में पहला गेम आसानी से जीतने और दूसरे गेम में हारने के बाद तीसरे गेम में वांग से मुझे खड़ा संघर्ष करना पड़ा, मैंने अपने खेल को नियंत्रित कर जीत के लिए जोर लगाया, सिंधु के पिताजी पी वी रमन्ना भी इस जीत से बहुत खुश हैं, लूं कहते हैं कि "मैं चाहता था कि सिंधु राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी स्पर्धाओं में खेलकर ही करेऔर कोई खिताब जीते,"

 ढाई साल बाद एंथोनी  जिंटिग को खिताब 

इंडोनेशिया के एंथोनी सिनुसुका जिंटिंग को ढाई साल बाद खिताब सफलता मिली, पुरुष एकल फाइनल में चौथे क्रम के 25 वर्षीय एंथोनी सिनुसुका जिंटिंग ने विश्व नंबर 43 जापान के कोदाई नाराओका को 53मिनट में 23-21,21-17से हराया, एंथोनी जीत से इतने आवेशित हुए कि अपने रैकेट को कोर्ट में पटक कर तोड़ दिया जिस वजह से अंपायर ने उन्हें चेतावनी भी दी, इससे पहले एंथोनी आखिरी बार 2020में इंडोनेशिया मास्टर्स सुपर -500 स्पर्धा जीते थे, इसके बाद वे पहली बार फाइनल में जगह बनाने में सफल हुए, इस दौरान वे चार स्पर्धाओं में सेमीफाइनल और छह स्पर्धाओं में क्वार्टर फाइनल खेले , एंथोनी सिनुसुका जिंटिंग ने यह विश्व टूर का चौथा खिताब हासिल किया है जिसमें दो बार अपने वतन की  इंडोनेशिया मास्टर्स स्पर्धा ही जीते हैं

 इंडोनेशिया को तीन खिताब 

इंडोनेशिया के ही लेओ रोली कर्नान्डो और डेनियल मार्थिन ने हमवतन चौथे क्रम के फजर अल्फैन और मुहम्मद रिआन अरदिआन्तो को 9-21,21-14,21-16से हराकर पहला विश्व टूर खिताब हासिल किया, जीवन का 28वां फाइनल खेल रहे फजर और अरदियान्तो की जोड़ी को 2019की विश्व जूनियर विजेता जोड़ी ने  चौथे मुकाबले में लगातार तीसरी बार हराया हैं 

पांचवीं स्पर्धा में ही खेल रही इंडोनेशियाई जोड़ी अप्रियानी राहयुऔर सिति फादिया सिल्वा रामधन्ति ने महिला युगल में दूसरा विश्व टूर खिताब जीत लिया, विश्व नंबर 62अप्रियानी और 21वर्षीय  सिति ने पांचवें क्रम की चीन की झांग शु झिआंग और झेंग यु को 21-14,21-17 से 37मिनट में हराया, वे इसी चीनी जोड़ी को फाइनल में 21-18, 12-21, 21-19 से हराकर 3 जुलाई को मलेशिया खुली सुपर -750 स्पर्धा भी जीत चुकी हैं

थाईलैंड के डेचपोल और सपसिरी ने मिश्रित युगल खिताब तीसरे क्रम के चीन के ही वांग यि लिई और हुआंग डोंग पिंग को 21-12,21-17 से हराकर जीता, विश्व विजेता जोड़ी का यह इस साल चौथा फाइनल, दूसरा खिताब हैं, विश्व टूर का 20वां फाइनल खेलकर 15वां खिताब हासिल किया हैं

धर्मेश यशलहा सरताज अकादमी "स्मैश "

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