रतलाम/जावरा
टिकट परिवर्तन के बाद जावरा विधानसभा के चारों ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सहित 10 पदाधिकारी ने दिए इस्तीफे
जगदीश राठौरबैठक में कांग्रेस के कुछ पार्षद भी हुए शामिल
जगदीश राठौर 9425 490 641
जावरा :
मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी तहसील एवं रतलाम जिले में सर्वाधिक मतदाताओं की संख्या वाला जावरा इन दिनों प्रदेश की सुर्खियों में है। पूर्व जनपद अध्यक्ष हिम्मत सिंह श्रीमाल का टिकट काटकर वीरेंद्र सिंह सोलंकी को देने के खिलाफ पॉलिटेक्निक चौराहा स्थित कांग्रेस के चुनाव कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की बैठक हुई।
हालांकि इस बैठक में स्थानीय उम्मीदवार नीति राज सिंह, वरुण क्षत्रिय, राहुल पाटीदार ने दूरी बनाए रखी । कांग्रेस ने जावरा विधानसभा से हिम्मत सिंह श्रीमाल के स्थान पर वीरेंद्र सिंह सोलंकी को प्रत्याशी घोषित करने के बाद विरोध स्वरूप करीब 10 पदाधिकारीयो ने ब्लॉक कांग्रेस के बैनर तले मंच से इस्तीफा देने की घोषणा की । बैठक में कुछ पार्षद भी शामिल हुए जिन्होंने घोषित प्रत्याशी हिम्मत सिंह सोलंकी को टिकट से वंचित करने पर जमकर विरोध किया।
आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप दो पुतले बैठक के बाद जलाए, करीब 3:30 घंटे चली बैठक के बाद हिम्मत सिंह श्रीमाल ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी के.सी. वेणुगोपाल द्वारा घोषित अधिकृत उम्मीदवार वीरेंद्र सिह सोलंकी के खिलाफ हमला बोला - जावरा विधानसभा में कांग्रेस के टिकट से वंचित हिम्मत सिंह श्रीमाल ने अपने पत्ते 2 दिनों के पश्चात खोलने का कार्यकर्ताओं को आश्वासन देते हुए कहा कि एक सुनियोजित साजिश के तहत मुझे विधानसभा चुनाव मैदान से हटाया गया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री युसूफ कड़पा बोले 40 साल से कांग्रेस का काम कर रहे ईमानदार हिम्मत सिंह श्रीमाल का टिकट काटने पर मुझे बहुत दुख हुआ । मुझ पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने जानबूझकर कांग्रेस के कमजोर उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा। यह जरूर है कि सन 2013 में मुझे कुछ लोगों ने हराया तब मैंने निर्दलीय उम्मीदवार का साथ देकर हिसाब चुकता किया लेकिन मैंने कभी भारतीय जनता पार्टी से हाथ नहीं मिलाया।
श्री श्रीमाल को टिकट से वंचित करना कांग्रेस के प्रत्येक कार्यकर्ता के साथ ही जावरा क्षेत्र के मतदाताओं का अपमान है । इस संबंध में कांग्रेस सर्वे में प्रथम आए कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह सोलंकी का कहना है कि हिम्मत सिंह श्रीमाल को 30 अक्टूबर तक इंतजार करना चाहिए था यदि पार्टी ने पुनर्विचार कर मुझे टिकट दिया तो उन्हें मेरे लिए काम करना चाहिए मेरी कोशिश होगी कि कांग्रेस जनों में समन्वय बने और कांग्रेस जावरा विधानसभा सीट से यह चुनाव जीते।