राजसमन्द
मां मार्केट नहीं ले गई तो नाराज बेटे ने उठाया खौफनाक कदम
paliwalwaniराजसमंद.
राजसमंद के पुठोल गांव में एक मां अपने बेटे को साथ में बाजार नहीं लेकर गई. इससे नाराज होकर 13 साल के बेटे ने साड़ी से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया.
दरअसल राजस्थान के राजसमंद जिले में एक 13 वर्षीय बच्चे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बच्चे के आत्महत्या करने का जब कारण सामने आया तो सभी हैरान रह गए. दरअसल, मां बेटे को बाजार लेकर नहीं गई थी. इसी वजह से वह नाराज हो गया था और घर के अंदर मां की साड़ी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली. फिलहाल घटना के बाद से परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.
घटना राजसमंद जिले के राजनगर थाना क्षेत्र की है. जानकारी के मुताबिक, राजनगर थाना क्षेत्र के पुठोल गांव में 13 वर्षीय युवराज सिंह (कौशल) ने अपने घर पर फांसी लगा ली. मृतक के परिजनों ने बताया कि युवराज ने अपनी मां के साथ बाजार जाने की जिद की थी, लेकिन उसकी मां ने उसे समझा कर घर पर ही रहने के लिए ही कहा. इससे वह नाराज होकर अपने कमरे में चला गया और वहीं फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
आसपास के लोगों ने गेट तोड़कर देखा तो युवराज साड़ी के फंदे से लटक रहा था. जैसे ही मां ने उसके शव को देखा तो वह बेसुध होकर गिर पड़ी. घटना के बाद वहां लोग इक्कठा हो गए. पुलिस को भी सूचना दी गई, जिससे बाद राजनगर थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
परिजनों ने बताया कि मृतक युवराज के पिता उम्मेद सिंह विदेश में ली तो पूरे गांव में मातम पसर गया. परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया.
परिजनों ने बताया कि मृतक के दादा भी पास के गांव में खाना खाने गए थे. युवराज को भी बोला था, लेकिन उसने जाने से इनकार कर दिया. बाजार से कुछ देर बाद जब मां और बेटी घर पर आए और दरवाजा खटखटाया तो गेट नहीं खुला. मां ने सोचा कि युवराज सो रहा होगा, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी गेट नहीं खुला तो मां को चिंता होने लगी.
आसपास के लोगों ने गेट तोड़कर देखा तो युवराज साड़ी के फंदे से लटक रहा था. जैसे ही मां ने उसके शव को देखा तो वह बेसुध होकर गिर पड़ी. घटना के बाद वहां लोग इक्कठा हो गए. पुलिस को भी सूचना दी गई, जिससे बाद राजनगर थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
परिजनों ने बताया कि मृतक युवराज के पिता उम्मेद सिंह विदेश में रहते हैं और उनका यह इकलौता बेटा था. युवराज पास के ही स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ता था. जैसे ही मौत की खबर गांव में फैली तो पूरे गांव में मातम पसर गया. परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया.