राजसमन्द
अब होगा मचीन्द के राणा चौराहा का कायाकल्प : विभिन्न कार्यों के लिए होगें 4 करोड़ खर्च
राजेन्द्र प्रसाद श्रीमाली सेमा● विधानसभा अध्यक्ष ने किया वर्चुअल शिलान्यास : प्रताप से जुड़े स्थलों का होगा ईको पर्यटन एवं पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के विभिन्न कार्य
मचीन्द. (एक संवाददाता सेमा) क्षेत्र के मचीन्द ग्राम पंचायत में स्थित वीर शिरोमणि, हिन्दुआ सूरज, मेवाड़ रत्न, शूरवीर एवं प्रथम स्वतंत्रता सैनानी महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया की शरण स्थली, प्रताप के विश्वास पात्र भील आदिवासी सेना के सेनापति राणा पुंजा की कर्म स्थली, महान तपस्वी गुरू गोरक्षनाथ एवं मछीन्द्रनाथ की तपोस्थली, प्रताप के ज्येष्ठ पुत्र अमरसिंह की जन्म स्थली, राजसमंद एवं उदयपुर जिले के सैकड़ों गाँवो को अमृत जलपान कराने वाली व पर्यटन के रूप में विकसित हो रही वागेरी नाका, वृहद पेयजल योजना की निर्माण स्थली, वांकेराव बावजी की तीर्थ स्थली के नाम से विख्यात एवं प्रसिद्ध मचीन्द गांव के पश्चिमी छोर पर स्थित अरावली पर्वतमाला की तलहटी पर स्थित राणा चौरा से राणा पुंजा मेला ग्राउण्ड वन खण्ड को वन विभाग राजसमंद, जन जाती क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुर एवं मनरेगा के संयुक्त तत्वावधान में राज्य सरकार करीब चार करोड़ खर्च कर इन पर्यटन स्थलों का कायाकल्प करने के लिए प्रथम चरण का वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन राणा पुंजा मेला स्थल पर गुरुवार को समोराह पुर्वक किया गया. वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष एवं नाथद्वारा विधायक डॉ सीपी जोशी ने की जबकि मुख्य अतिथि राजसमंद जिला प्रभारी मंत्री व सहकारी मंत्री उदयलाल आंजना थे, वहीं विशिष्ट अतिथि जन जाति क्षेत्रीय विकास मंत्री अर्जुनसिंह बामणिया थे. इस अवसर पर सर्व प्रथम डॉ दिनेश राय सापेला अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद राजसमंद ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत एवं परिचय करवाकर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया. तत्पश्चात राजसमंद उप वन संरक्षक फतेहसिंह राठौड़ ने सभी प्रस्तावित विकास कार्यों की रूपरेखा का प्रस्तूतीकरण किया. ठीक सवा ग्यारह बजे विधानसभा अध्यक्ष ने वर्चुअल शिलान्यास की रस्म अदा की. इस अवसर पर जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल, सरपंच अंबा कुमारी मीणा ,वन सुरक्षा एवं प्रबंधन समिति मचीन्द के अध्यक्ष रमेश सोनी, उप सरपंच पंकज सोनी, पंचायत समिति खमनोर प्रधान भैरूलाल वीरवाल, उप प्रधान वैभवराज सिंह चौहान, जनजाति मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया, प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना के साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने भी अपना उद्बोधन दिया. इस मौके पर राउमावि मचीन्द के वरिष्ठ शिक्षक राजेन्द्र प्रसाद श्रीमाली ने मचीन्द के इतिहास की गौरव गाथा का गुणानुवाद कर महाराणा प्रताप के ज्येष्ठ पुत्र अमरसिंह सिसोदिया के बाल्यकाल पर आधारित एवं प्रताप के मचीन्द स्थित राणा चौरा महल के प्रवास के दौरान घटी घटना पर आधारित ’अरे घास री रोटी ही जद बन बिलावड़ो ले भाग्यो’ की कविता का वाचन किया गया. क्षेत्रीय वन अधिकारी नाथद्वारा मोहम्मद इस्माइल शेख ने बताया कि डीएमएफटी योजना अन्तर्गत ईको ट्रेल कम पाथ निर्माण-राणा पूंजा स्मारक से राणा चौरा तक प्रथम चरण-राणा पूंजा स्मारक स्थल से पूराने महल तक 1500 मीटर सडक निर्माण के लिए कुल स्वीकृत 176.28 लाख रूपये, टी.ए.डी. अन्तर्गत 146.50 लाख रुपये के साथ मनरेगा योजना अन्तर्गत 50 लाख रूपये के विभिन्न कार्य स्वीकृत किए गए है. इस अवसर आदिवासी समाज के वनावल चोखला अध्यक्ष तखतमल गमेती, पुर्व सरपंच लक्ष्मीलाल सोनी, समाजसेवी शांतिलाल जैन, पुर्व उपप्रधान धर्मनारायण पुरोहित, मांगीलाल पालीवाल, अनिता दैया पीईईओ मचीन्द, विकास अधिकारी नीता पारीख, खमनोर तहसीलदार सोहनलाल शर्मा भी उपस्थित थे. अंत में अतिरिक्त मूख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश सापेला ने सभी मंचासीन अतिथियों एवं उपस्थित जन प्रतिनिधियों के साथ सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों, अधिकारियों व ग्रामीणों का धन्यवाद ज्ञापित किया.
● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क-राजेन्द्र प्रसाद श्रीमाली सेमा...✍️