राजसमन्द

महिला एवं बाल चिकित्सालय, योग एवं प्राकृतिक अनुसंधान केन्द्र का किया लोकार्पण

Suresh Bhat
महिला एवं बाल चिकित्सालय, योग एवं प्राकृतिक अनुसंधान केन्द्र का किया लोकार्पण
महिला एवं बाल चिकित्सालय, योग एवं प्राकृतिक अनुसंधान केन्द्र का किया लोकार्पण

राजसमन्द। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद एवं संसदीय मामलात मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के अनेक प्रयास किये है, उन्होंने कहा कि प्रशासन के साथ आम लोग भी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को जीवन  में उतारे और गंभीर बिमारियों को जड़ मूल से मिटाएं। राठौड़ ने शनिवार को आरके राजकीय चिकित्सालय में 50 शय्याओं के महिला एवं बाल चिकित्सालय एवं योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केन्द्र का लोकार्पण किया। चिकित्सा मंत्री ने द्वारकेश वाटिका में जिला स्तरीय आरोग्य मेले का उद्घाटन भी किया। राठौड़ ने कहा कि जिले के राजकीय आर.के. चिकित्सालय भवन सफाई और चिकित्सा सेवाओं में प्रदेशभर में अव्वल रहा है। उन्होंने आज के दिन को जिले के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसी वित्तीय वर्ष में चिकित्सालय में डिजीटल एक्सरे मशीन तथा राजसमन्द में आधुनिक ऑपरेशन थियेटर स्थापित करने की घोषणा की। जिससे चिकित्सालय में आने वाले रोगियों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया होगी।

जल्द बनेगा आयुर्वेद चिकित्सालय

उन्होंने नए जिला आयुर्वेद अस्पताल के लिए एक करोड़ रूपए की घोषणा करते हुए कहा कि लम्बे समय से की जा रही जिला आयुर्वेद अस्पताल की मांग पूरी हुई। वहीं आयुर्वेद के क्षेत्र में राजसमन्द भी नई उंचाईयां छुएगा। उन्होंने सांसद हरिओम सिंह राठौड़ की मांग पर कहा कि एक सप्ताह में आदर्श ग्राम तासोल को आदर्श आयुर्वेद गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने आयुर्वेद विभाग के अधिकारियों को एक सप्ताह में आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने समारोह में कहा कि चिकित्सालय में दो रिक्त रेडियोलॉजिस्ट एवं दो पेथोलॉजिस्ट के पदों पर शीघ्र नियुक्ति कर दी जाएगी। चिकित्सा मंत्री ने आरोग्य मेले के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की स्वस्थ राजस्थान की कल्पना साकार होने लगी है और चिकित्सा एवं आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में सरकार ने कई सोपान स्थापित किए है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में हर्बल गार्डन एवं रसायनशाला होने के कारण यहां आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को आमजन तक पहुंचाने में मदद मिली हैं और प्रदेश में आयुर्वेद पर निवेश करने के लिए एक माहौल बना हैं और इसी का परिणाम है कि 24 सौ करोड़ रूपए के निवेश किए जाने पर एम.ओ.यु. पर हस्ताक्षर हुए है। समारोह में जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री किरण माहेश्वरी ने अतिथियों का जिले में आगमन पर स्वागत करते हुए कहा कि जिले में चिकित्सकों की कमी से इस सुन्दर भवन का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। उन्होंने चिकित्सा मंत्री से रिक्त पदों को भरने, पुराने चिकित्सालय को सेटेलाईट हॉस्पीटल के रूप में विकसित करने, केलवा एवं कुरज में सी.एच.सी. खोलने, आर.के. जिला चिकित्सालय में ब्लड सेपरेटर मशीन स्थापित करने, रेडियोलोजिस्ट एवं पेथोलॉजिस्ट के पद भरने की मांग की।

आदर्ष आयुश गांव बनेगा तासोल

कार्यक्रम में सांसद हरिओम सिंह राठौड़ ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को छोड़ रहे लोगों को पून: इसके कारगर इलाज से लोगों को जोडना होगा एवं उपलब्ध वनोषधियों से अधिकाधिक लोगों का इलाज भी करना होगा। प्रारंभ में आयुर्वेद विभाग केे उप निदेशक एवं जिला आयुर्वेद अधिकारी रामानन्द दाधीच ने आरोग्य मेले आदि की जानकारी दी। समारोह में जिला कलक्टर कैलाशचन्द वर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ.विष्णुकान्त, जिला प्रमुख प्रवेश कुमार सालवी, नाथद्वारा विधायक कल्याण सिंह चौहान, भीम हरिसिंह रावत, कुंभलगढ सुरेन्द्र सिंह राठौड़, भाजपा जिलाध्यक्ष भंवरलाल शर्मा, उप सभापति अर्जुन मेवाड़ा, सहित जन प्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।

फोटो - जिला स्तरीय आरोग्य मेले के उद्घाटन सारोह में मंचस्ाि अतिथि । 

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