राजस्थान

प्रांत स्तरीय देवर्षि नारद पत्रकार सम्मान समारोह 14 मई को अजमेर में

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प्रांत स्तरीय देवर्षि नारद पत्रकार सम्मान समारोह 14 मई को अजमेर में
प्रांत स्तरीय देवर्षि नारद पत्रकार सम्मान समारोह 14 मई को अजमेर में

इंसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी पर तीन दिवसीय वर्कशॉप 12 मई से...लेखक और विचारक डॉ. रतन शारदा मुख्य वक्ता होंगे

अजमेर : 

देवर्षि नारद जयंती के उपलक्ष में पत्रकार सम्मान समारोह 14 मई को दोपहर 12 बजे अजमेर में फायसागर रोड स्थित हंस पैराडाइज समारोह स्थल पर आयोजित किया गया है। विश्व संवाद केंद्र के अजमेर चैप्टर के सचिव निरंजन शर्मा  ने बताया कि पत्रकारों सम्मान समारोह प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।

अब तक अजमेर में यह समारोह अजमेर चैप्टर के लिए होता रहा, लेकिन इस बार चित्तौड़ प्रांत का समारोह आयोजित किया जा रहा है। संगठन की दृष्टि से चित्तौड़ प्रांत में अजमेर, चित्तौड़, भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद, कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, बूंदी और डूंगरपुर जिले आते हैं। इन जिलों के पत्रकारों से ऑनलाइन प्रविष्टि मांगी गई थी। 

सम्मानित होने के लिए इन जिले के सैकड़ों पत्रकारों ने प्रविष्टियां भेजी हैं। प्राप्त प्रविष्टियों में उचित चयन के लिए दैनिक भास्कर के पूर्व संपादक रमेश अग्रवाल की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई, इस कमेटी में एडवोकेट जगदीश सिंह  राणा, अमरीश त्यागी, विनय भार्गव और कौशल मूंदड़ा को शामिल किया गया। कमेटी की सिफारिश पर ही विभिन्न श्रेणी में चार पत्रकारों का चयन किया जा रहा है। 

शर्मा ने बताया कि नारद सम्मान कार्यक्रम में नारद विभूषण  21 हजार रुपए एवं नारद भूषण के लिए तीन पत्रकारों को 11 हजार रुपए की नगद राशि दी जाएगी। सम्मान समारोह में चयनित पत्रकारों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिह्न भी दिए जाएंगे। शर्मा ने सभी पत्रकारों से समारोह में भाग लेने की अपील की है। कार्यक्रम के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9828171560 पर निरंजन शर्मा से ली जा सकती है।  

डॉ. शारदा होंगे मुख्य वक्ता 

समारोह में मुंबई के डॉ. रतन शारदा मुख्य वक्ता होंगे। शर्मा ने बताया कि आरएसएस पर थीसिस लिखने के लिए शारदा को पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया गया है। शारदा एक लेखक, स्तंभकार और प्रसिद्ध टीवी पैनलिस्ट हैं। उन्होंने 9 किताबें लिखी हैं जिनमें से 7 आरएसएस पर, एक गुरु नानक देव पर और एक आपदा प्रबंधन पर है। आरएसएस के बारे में दो पुस्तकों का अनुवाद किया द इनकंप रेबल गुरुजी गोलवलकर और एमएस गोलवलकर हिज विजन एंड मिशन, हिंदी से अंग्रेजी में अग्रणी आरएसएस विचारक श्री रंगा हरि द्वारा लिखित। 

उन्होंने 12 पुस्तकों का संपादन डिजाइन किया है। आरएसएस पर उनकी सबसे लोकप्रिय पुस्तकें आरएसएस 360 डिग्री, संघ और स्वराज, आरएसएस एक संगठन से एक आंदोलन के लिए विकास, प्रो राजेंद्र सिंह की जीवन यात्रा और संघर्ष समाधान आरएसएस मार्ग हैं। रतन शारदा ने भरत और भारत के बाहर बड़े पैमाने पर यात्रा की है। 1975-77 के दौरान आपातकाल के दौरान वे जेल गए थे। वे 2 दशकों के विभिन्न औद्योगिक अनुभव के अलावा दो दशकों के लिए ईआरपी सलाहकार थे। वह आठ साल तक विश्व केंद्र सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्टडीज मुंबई के संस्थापक सचिव रहे। वह कई शैक्षणिक संस्थानों और स्वैच्छिक संगठनों के सलाहकार हैं।

वर्कशॉप 12 से 14 मई तक

द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की अजमेर शाखा तीन दिवसीय इंसोलवेंसी एंड बैंकरप्सी कोड की वर्कशॉप कर रही है। यह वर्कशॉप 12 से 14 मई तक महाराणा प्रताप कोटड़ा में स्थित सीए इंस्टीट्यूट की अजमेर शाखा पर आयोजित की जाएगी। इस वर्कशॉप में सीए,सीएस, सीएम तथा एडवोकेट्स भी हिस्सा ले सकते है। चेयरपर्सन दिव्या सोमानी ने बताया कि इंसोलवेंसी एंड बैंकरप्सी कोड की राजस्थान की पहली वर्कशॉप अजमेर में हो रही है। उन्होंने बताया जो भी प्रोफेशनल इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल बनना चाहता है, वो वर्कशॉप का हिस्सा ले सकता है।

वर्कशॉप के दौरान भारत के शीर्ष इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल द्वारा इंसॉल्वेंसी की पूरी प्रक्रिया, एनसीएलटी की भूमिका, इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल बनने की पूरी प्रक्रिया तथा अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों को विस्तार से बताया जाएगा। यह वर्कशॉप राजस्थान में इंसॉल्वेंसी एन्ड बैंकरप्सी कोड के लिए होने वाली पहली वर्कशॉप है। प्रोफेशनल इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल बनकर इस क्षेत्र में अपना अच्छा भविष्य बना सकते है।

कौन बन सकता है इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल

दिव्या सोमानी ने बताया कि इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल के रूप में पंजीकरण के लिए चार्टर्ड एकाउंटेंट, कंपनी सचिव, लागत लेखाकार या अधिवक्ता के रूप में संबंधित संस्थान, बार काउंसिल के सदस्य के रूप में दस साल का अनुभव की आवश्यकता है। साथ ही इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल के आवेदन की तिथि से बारह महीने के भीतर इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल परीक्षा उत्तीर्ण की हो।

इसके अलावा कानून के क्षेत्र में कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद दस साल का अनुभव, बी प्रबंधन में दस साल, प्रबंधन में मास्टर डिग्री या प्रबंधन में दो साल का पूर्णकालिक स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद या सी-कानून द्वारा स्थापित या मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा अनुमोदित संस्थान से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद प्रबंधन में पंद्रह वर्ष और जिसने आवेदन की तिथि से बारह महीने के भीतर इंसॉल्वेंसी प्रोफेशनल परीक्षा उत्तीर्ण की हो। इस वर्कशॉप के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9772211292 पर दिव्या सोमानी से ली जा सकती है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (11-05-2023)

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