राजस्थान
बसंतीय नवरात्रा घट स्थापना योग
सीताराम गर्ग-मदन मोहन गर्गटोंक । बसंतीय नवरात्रा का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा मंगलवार 13 अप्रैल से प्रारंभ हो रहा है। प्रतिपदा तिथि सुर्योदय से प्रातः 10.16 बजे तक है। बसंत नवरात्रा का प्रारंभ चैत्र शुक्ल में उदय व्यापिनी प्रतिपदा तिथि द्विस्वभाव लग्न युक्त प्रातः काल में होता है। अत शास्त्रानुसार बसंत नवरात्रा का प्रारंभ एवं घट स्थापना 13 अप्रैल मंगलवार को होगा। मनु ज्योतिष एवं वास्तु शोध संस्थान के निदेशक ज्योतिषाचार्य बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि बसंतीय नवरात्रा का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा द्विस्वभाव मीन लग्न सुर्योदय से 6.12 बजे तक, मिथुन लग्न सुबह 9.46 बजे से 12 बजे तक है, चर का चौैघडिय़ा सुबह 9.19 से 10.53 बजे तक एवं लाभ अमृत का दोपहर 2.03 बजे तक है। अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.03 बजे तक 12.51 बजे तक है। इस दिन सुबह 6.9 बजे से दोपहर 2.19 बजे तक सर्वार्थसिद्धी योग, अमृत सिद्धि योग विशेष शुभाशुभ है। बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि अमृत योग 15 को सुबह 6.09 बजे से दोपहर 3.27 बजे तक 16 को सुबह 6.06 बजे से शाम 6.06 बजे तक 21 को सुबह 7.58 से 22 को सुबह 7.41 तक है, रवि योग 15 की रात्रि 8.31 से 16 को रात्रि 23.39 बजे तक 18 को सुबह 2.32 बजे से 19 को सुबह 5 बजे तक है, इस समय किये गए कार्यो का विशेष शुभ फल मिलता है, 15 गुरूवार को गणगौर गौरी पुजन है। 20 अप्रैल मंगलवार को अष्टमी पूजन, 21 अप्रैल बुधवार को रामनवमी है। कोरोना वायरस के फैलते प्रभाव से सभी भक्तों से निवेदन है कि सभी दुर्गा पूजन अपने-अपने घरों पर ही करें।
● पालीवाल वाणी ब्यूरों-सीताराम गर्ग-मदन मोहन गर्ग...✍️