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अनंतनाग में तीन जवानों ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए
Paliwalwani-
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार 13 सितंबर 2023 को आतंकवादियों के साथ लौहा लेते हुए तीन जवानों ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. शहीद होने वालों जवानों में दो सेना के अधिकारी और एक जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारी हैं. बलिदानियों में 10 राजस्थान राइफल्स के कमांडिंग अफसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनाक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमांयू भट शामिल हैं. सेना के अधिकारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी है.
श्रीनगर में सेना के प्रवक्ता ने ऑपरेशन के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर 12-13 सितंबर की मध्यरात्रि को अनंतनाग के गडोले में भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था. प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस दौरान आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई. दोनों तरफ से गोलीबारी होने लगी. इसी दौरान कमांडिंग अफसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनाक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमांयू भट गोली लगने से घायल हो गए. तीनों को अस्पताल लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कर्नल और मेजर, और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है. अनंतनाग एनकाउंटर की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) यूनिट के कमांडिंग कर्नल मनप्रीत सिंह, आरआर के मेजर आशीष और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट्ट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इलाज के दौरान तीनों वीरगति को प्राप्त हुए.
अधिकारी ने बताया कि गडोले इलाके में आतंकियों के खिलाफ मंगलवार शाम को ऑपरेशन शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे बंद कर दिया गया. बुधवार सुबह आतंकवादियों की तलाश तब फिर से शुरू हुई जब सूचना मिली कि उन्हें एक ठिकाने पर देखा गया है. कर्नल सिंह ने आगे से अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए आतंकियों पर हमला बोल दिया. हालांकि, आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी कर दी. इलाके में मौजूद आतंकवादियों को ढेर करने के लिए विशेष बलों को तैनात किया गया है. बताया जा रहा है कि 3 से 4 आतंकी मौजूद हैं. यहां तलाशी अभियान रात भर जारी रहेगा.