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असम से होते हुए मिजोरम पहुंचने आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति ठप : असम से नाकेबंदी हटाने की मांग
paliwalwani.comमिजोरम. मिजोरम और असम के बीच 26 जुलाई 2021 को हुई हिंसा के बाद से स्थिति लगातार खतरनाक होती जा रही है. असम से होकर मिजोरम तक जाता है. दोनों राज्यों के लोगों के बीच हिंसक झड़प के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग 306 बाधित है, इसकी वजह से मिजोरम में पेट्रोल-डीजल का दिनों-दिन संकट पैदा हो गया है. ममित विधानसभा से विधायक और वाइस चेयरमैन ऑफ रोड एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बोर्ड एच. ललजिरलियाना ने कहा कि 26 जुलाई 2021 से एनएच ब्लॉक किए जाने की वजह से एक भी गाड़ी आवश्यक सेवाओं और दवाओं को लेकर नहीं पहुंची है. वही मिजोरम के स्वास्थ्य मंत्री ने आरोप लगाया कि मिजोरम में संचालन कर रहे गुवाहाटी के सभी ट्रांसपोर्टर को सीमा विवाद हिंसा के बाद से सुरक्षा चिंताओं के बहाने राज्य में मालों को नहीं ले जाने का निर्देश दिया गया है. राज्य में मूलभूत दवाइयों, जीवन रक्षक औषधियों एवं कोविड-19 दवाइयों समेत किसी भी प्रकार के सामान की ढुलाई थम गयी है. एक पेट्रोल पंप कर्मचारी ने कहा कि वे इस पंप पर काम करने आ रहे हैं लेकिन ईंधन उपलब्ध नहीं होने की वजह से मुश्किलें बढ़ गई है.
मिजोरम के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. लालथंगलियाना ने 2 अगस्त केंद्र को पत्र लिखकर असम में नाकेबंदी’ के चलते वहां से उनके राज्य में कोविड-19 परीक्षण किट समेत चिकित्सा आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होने का आरोप लगाते हुए उससे इस कथित पाबंदी को हटाने के लिए दखल देने की अपील की. असम के अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया और कहा कि ऐसी कोई नाकेबंदी नहीं की गयी है. राष्ट्रीय राजमार्ग-306 पर मिजोरम जाने के प्रवेश मार्ग पर वैरेंगटे पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि 26 जुलाई से कोई भी वाहन असम से राज्य में नहीं आया. उल्लेखनीय है कि उसी दिन पूर्वोत्तर के इन दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद को लेकर हिंसक झड़प हुई थी और सात लोगों की जान चली गयी थी राष्ट्रीय राजमार्ग-306 मिजोरम को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है एवं राज्य में ज्यादातर आपूर्ति इसी मार्ग से आती है. लालथंगलियाना ने केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एवं स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को लिखे पत्र में कहा, मुझे यह जानकर बड़ी मायूसी हुई है कि कोविड-19 परीक्षण किट समेत चिकित्सा आपूर्ति बराक घाटी में नाकेबंदी के चलते हमारे राज्य में प्रवेश से रोक दी गयी है. उन्होंने आगे लिखा, इससे उन मरीजों के लिए जरूरी दवाइयों की उपलब्धता बहुत प्रभावित हुई जो गंभीर स्थिति में हैं तथा जो कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.. कोविड-19 परीक्षण किट को भी मिजोरम में आने नहीं दिया जा रहा है जबकि राज्य कोविड-19 में तीव्र वृद्धि से गुजर रहा है और यदि चिकित्सा आपूर्ति लंबे समय तक अवरूद्ध रहती है तो उसके सामने एक बड़ा स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो सकता है.