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पबजी की लत ने ली एक और जान : बचा लो अपने लाल की जान

paliwalwani
पबजी की लत ने ली एक और जान : बचा लो अपने लाल की जान
पबजी की लत ने ली एक और जान : बचा लो अपने लाल की जान

जगदलपुर. पबजी जितना ज्यादा पॉपुलर है, इसके साइड इफेक्ट भी उतने ही हैं. यह गेम बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास पर बुरा असर डाल रहा है. इसका ताजा उदहारण जगदलपुर में देखने को मिला. जहां एक नाबालिग ने सिर्फ इस लिए ख़ुदकुशी कर ली क्योंकि उसके परिजनों ने उसे फोन इस्तेमाल करने से मना किया और स्मार्टफोन छीन लिया.

जानकारी के मुताबिक, ख़ुदकुशी करने वाले नाबालिग को स्मार्टफोन अपर पाबजी खेलने की आदत थी, वह कुछ दिनों पहले जगदलपुर में अपने नाना के घर गर्मियों की छुट्टियां मानाने आया था. इस दौरान उसके परिजनों ने उसकी लत छुड़ाने के लिए मोबाइल छीन लिया और बाहर खेलने को कहा. परिजनों की बात उसे इतनी नागवार गुजरी वह घर से बिना बताए कही चले गया.

जब वह देर रात तक वापस नहीं लौटा तो उसके घर वालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी. इसके बाद अगले दिन की सुबह उसकी लाश इंद्रावती नदी में मिली. कोतवाली थाना प्रभारी सुरेश जांगड़े ने बताया कि नाबालिग ने सुसाइड से पहले एक नोट छोड़ा था, जिससे यह बात पता चली कि उसे पबजी गेम खेलने की लत इस कदर लगी हुई थी कि वह परिवार के लोगों के बार-बार मना करने और मोबाइल छीन लेने से नाराज था और इस नाराजगी में उसने खुदकुशी कर ली.

बच्चों को मोबाइल की लत से ऐसे रखें दूर

  • बच्चों पर नजर रखें कि वे कितनी देर तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
  • फोन या अन्य गैजेट के इस्तेमाल के लिए एक समय तय करें.
  • जितना संभव हो सके उनके साथ खेलने और वक्त बिताने की कोशिश करें.
  • आउटडोर एक्टिविटी के लिए बच्चों को प्रेरित करें.
  • यदि बच्चों को नींद नहीं आ रही, या वे मानसिक रूप से परेशान हैं, उनकी आंखों में दिक्कत हो रही है तो इन्हें नजर अंदाज ना करें.
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