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ED ने IAS अधिकारी छवि रंजन को किया गिरफ्तार

Paliwalwani
ED ने IAS अधिकारी छवि रंजन को किया गिरफ्तार
ED ने IAS अधिकारी छवि रंजन को किया गिरफ्तार

झारखंड :

(Jharkhand) में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी छवि रंजन (Chhavi Ranjan) को  प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित अवैध भूमि सौदों में संलिप्तता के सिलसिले में दिन भर की पूछताछ के बाद गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि झारखंड काडर के 2011 बैच के अधिकारी को ईडी की हिरासत में ले लिया गया है.

फिलहाल राज्य के समाज कल्याण विभाग में निदेशक रंजन अपराह्न करीब पौने 11 बजे जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे थे और 10 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. रंजन के वकील अभिषेक कृष्ण गुप्ता ने उनसे मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से कहा, “ मुझे उनकी गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं है.' अधिकारियों के मुताबिक, रंजन की पत्नी भी यहां ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचीं, जबकि सदर अस्पताल से मेडिकल टीम उनकी जांच के लिए पहुंची है.

कोर्ट में  किया जाएगा पेश

इस बीच, सूत्रों ने कहा कि उन्हें शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा और ईडी उनकी हिरासत का अनुरोध करेगी. सूत्रों ने कहा कि मामले के जांच अधिकारी ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत आईएएस अधिकारी का बयान दर्ज किया है. ईडी ने कथित अवैध भूमि सौदों में धन शोधन जांच के सिलसिले में रंजन से 24 अप्रैल को 2023 भी लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी. एजेंसी ने रंजन से 13 अप्रैल 2023 को भी संक्षिप्त पूछताछ की थी, जब इस मामले में उनके और झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में कुछ अन्य लोगों के परिसरों में तलाशी ली गई थी. ईडी ने इससे पहले इन छापेमारी के बाद झारखंड सरकार के एक अधिकारी समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया था.

केंद्रीय एजेंसी सेना की भूमि सहित एक दर्जन से अधिक भूमि सौदों की जांच कर रही है जिसमें भू माफिया, बिचौलियों और नौकरशाहों ने कथित रुप से साठगांठ कर जाली रजिस्ट्री कराई हैं. यह दूसरा मामला है जिसमें झारखंड काडर का कोई आईएएस अधिकारी ईडी की जांच के दायरे में आया है. एजेंसी ने पिछले साल आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था.

ED ने कई ठिकानों पर मारा था छापा

गौरतलब है कि 13 अप्रैल 2023 को ईडी ने जमीन घोटाला केस में आईएएस छवि रंजन के रांची और जमशेदपुर स्थित आवास और सिमडेगा व हजारीबाग सहित पश्चिम बंगाल-बिहार के 18 ठिकानों पर छापा मारा था. छापेमारी में खुलासा हुआ कि फर्जी डीड और दस्तावेजों के सहारे रांची में करोड़ों रुपये की जमीन अवैध तरीके से बेच दी गई. इस मामले में कोलकाता के अधिकारी त्रिदीप मिश्रा और रांची के डिप्टी रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी से भी पूछताछ हो चुकी है. बताया जाता है कि ईडी को मामले में जितने सबूत मिले हैं उनसे छवि रंजन की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.

दूसरे मामले में आईएएस अधिकारी आया नाम

सूत्रों ने कहा कि इस धोखाधड़ी के तहत गरीबों और दलितों की जमीनों को हड़प लिया गया. पीएमएलए के तहत अपनी जांच शुरू करने के लिए, संघीय एजेंसी ने रांची में अधिकारियों द्वारा दर्ज कुछ व्यक्तिगत पहचान दस्तावेजों की जालसाजी से संबंधित पुलिस प्राथमिकी का संज्ञान लिया. सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी ने तलाशी के दौरान कई फर्जी मुहरें, जमीन के कागजात और रजिस्ट्री दस्तावेज बरामद किए थे. यह दूसरा मामला है जिसमें झारखंड कैडर का कोई आईएएस अधिकारी ईडी की जांच के दायरे में आया.

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