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सात फेरे लेने के बाद दुल्हन ने भगाने की कोशिश की लेकिन सड़क पर पुलिस मिली
paliwalwani.comभिंड. गोरमी में 4 लोगों ने शादी के नाम पर दिव्यांग से 90 हजार रुपए ठग लिए. गिरोह में महिला भी शामिल है. आरोपियों ने रुपए लेकर शादीशुदा महिला से विवाह करवा दिया. विधि-विधान से सात फेरे, वरमाला और आशीर्वाद जैसी सभी रस्में हुईं. उक्त महिला शादी वाली रात ही दुल्हन के जोड़े में छत के रास्ते कूदकर भाग रही थी लेकिन बाहर सड़क पर पुलिस मिल गई. पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पूछताछ में अनीता ने पुलिस को बताया, वह पहले से शादीशुदा है. उसने पति से तलाक ले लिया. उसका 15 साल का बेटा भी है. उसे एक दिन की दुल्हन बनने के 5 हजार रुपए में सौदा तय हुआ. कचनार रोड वार्ड 3 में रहने वाले सोनू (29 वर्ष) पुत्र रमेश चंद्र जैन एक पैर से दिव्यांग हैं. इस कारण उसकी शादी नहीं हो पा रही थी. उसके दूसरे भाइयों की गृहस्थी बस गई थी. सोनू अब तक कुंआरा था. सोनू का संपर्क ग्वालियर में समाधिया कॉलोनी के रहने वाले ऊदल खटीक से हुआ. ऊदल ने शादी के लिए एक लाख रुपए खर्च आने की बात कही. मोल-भाव के बाद 90 हजार रुपए में सौदा तय हुआ. 27 जुलाई 2021 को ऊदल तीन साथी जितेंद्र रत्नाकर-जनकगंज, अरुण खटीक-भितरवार और एक अन्य के साथ वह 40 वर्षीय महिला अनीता को भी लाए. ऊदल 90 हजार रुपए लेकर चला गया. अनीता और दो साथी वहीं रुक गए. शादी का मौहाल बना और दिनभर गाना-बजाना चला. शादी की रस्में पूरी की गईं. दोनों की शादी संपन्न करा दी. अनीता ने जितेंद्र को अपना भाई और अरुण को रिश्तेदार बताया था. दोनों ने कहा, हमें रात में रुकना है, सुबह चले जाएंगे. उन्होंने घर के बाहर सोने की इच्छा जताई. रात करीब 12 : 00 बजे अनीता ने सोनू से कहा, मेरी तबीयत ठीक नहीं है. छत पर जाना चाहती हूं. यह कहकर वो छत पर चली गई. इस दौरान सभी लोग सो रहे थे. अनीता छत के रास्ते टीन की चादर पर कूदकर उतरने लगी. वह नीचे सो रहे दो साथियों के साथ भागने की फिराक में थी. इसी दौरान गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया. इस वाक्या को लेकर मोहल्ले में कई तरहा की चर्चा हंसी-मजाक के साथ चलती रही.