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Swiggy CEO ने मांगी माफी : अब स्विगी ने 380 कर्मचारियों को निकाला

Paliwalwani
Swiggy CEO ने मांगी माफी : अब स्विगी ने 380 कर्मचारियों को निकाला
Swiggy CEO ने मांगी माफी : अब स्विगी ने 380 कर्मचारियों को निकाला

नई दिल्ली :

फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने 380 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। संबंधित कर्मचारियों को ईमेल भेजकर उन्हें तत्काल प्रभाव से बाहर कर दिया गया है। खुद कंपनी के सीईओ ने यह चिट्ठी लिखी। ईमेल में माफी मांगते हुए सीईए श्रीहर्ष मजेटी ने छंटनी के कई कारण बताए हैं और लिखा कि कंपनी ने गलती से जरूरत से ज्यादा भर्ती कर ली थी, इसलिए छंटनी करना पड़ी है। Swiggy CEO ने अपनी चिट्ठी में लिखा, हम पुनर्गठन की प्रक्रिया में अपनी टीम के आकार को छोटा करना का बहुत कठिन निर्णय लै रहे हैं। इस प्रक्रिया में हम 380 प्रतिभाशाली स्विगस्टर्स को अलविदा कह रहे हैं। सब तरह से जांच-पड़ताल के बाद यह फैसला लिया गया है। आप सभी से बहुत खेद है।

 

मेल भेजकर प्रभावित कर्मचारियों से मांफी भी मांगी

कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ ने एक आंतरिक मेल भेजकर प्रभावित कर्मचारियों से मांफी भी मांगी और कहा कि सभी विकल्पों पर विचार करने के बाद यह बहुत मुश्किल फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि कंपनी की ग्रोथ रेट कंपनी के लक्ष्यों के विपरीत धीमी है.

स्विगी ने क्यों की कर्मचारियों की छंटनी 

स्विगी ने जिन प्रमुख कारणों का उल्लेख किया है, उनमें से एक चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थिति है। कंपनी ने खुलासा किया कि फूड डिलीवरी घट गई है, जिसके परिणामस्वरूप कम मुनाफा और कम आय हुई है। हालांकि, कंपनी ने लगे हाथ यह भी साफ कर दिया है कि उसके पास खुद को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नकदी है।

ऐसे झलका भारतीय का दर्द

हाल में ही माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपनी सबसे बड़ी छंटनी को अंजाम दिया। हटाए गए कर्मचारियों में कई भारतीय भी हैं। अब ऐसी ही एक भारतीय मूल के कर्मचारी का दर्द सामने आया है। माइक्रोसॉफ्ट को अपने जीवन के 2 दशक से अधिक समय देने के बाद प्रशांत कमानी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

प्रशांत ने लिंक्डइन पर अपनी बर्खास्तगी की खबर साझा की और कहा कि इससे उन्हें गहरा धक्का लगा है। कमानी माइक्रोसॉफ्ट में प्रिंसिपल सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट मैनेजर थें। यह उनकी पहली नौकरी थी। उन्हें लिखा कि लोगों को अपने काम से प्यार करना चाहिए, ना कि कंपनी से।

ओवरहायरिंग के चलते करनी पड़ी छंटनी

पीटीआई के मुताबिक, स्विगी के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा कि ”यह जरूरत से ज्यादा लोगों को नियुक्त करने के गलत फैसले का परिणाम है. हमें बेहतर करना चाहिए था.” स्टार्टअप कंपनियों का बुरा दौर लगातार जारी है. लगातार स्टार्टअप और टेक कंपनियां छंटनी कर रही हैं. कंपनी के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि वेंचर फंडिंग मार्केट की मुश्किलों को देखते हुए बिजनेस को व्यवस्थित करने के लिए यह कदम उठाया गया है. कंपनी के कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने की जानकारी 20 जनवरी को एक टाउन हॉल (बड़ी मीटिंग) में दी गई.

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