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एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय होगा, टीसीएस से ज्यादा होगा मार्केट कैप
Paliwalwaniनई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) का देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) में विलय होगा। प्रस्तावित सौदे के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे। विलय के बाद बनने वाली कंपनी का मार्केट कैप टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (TCS) से अधिक होगा।
अभी मुकेश अंबानी की रिलांयस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) पहले और टीसीएस (TCS) दूसरे नंबर पर है। मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक में शत प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स की होगी। एचडीएफसी लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारकों की एचडीएफसी बैंक में 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी। विलय की प्रक्रिया 18 महीने में पूरी होने की उम्मीद है।
एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि विलय की योजना भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिभूति तथा विनिमय बोर्ड (SEBI) सहित विभिन्न नियामक मंजूरियों के अधीन है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि एचडीएफसी बैंक के बोर्ड की चार अप्रैल, 2022 को हुई बैठक में एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक में विलय की योजना को मंजूरी दी गई। फिलहाल एचडीएफसी की कुल एसेट 6.23 लाख करोड़ रुपये है जबकि एचडीएफसी बैंक की एसेट्स 19.38 लाख करोड़ रुपये की है। विलय के बाद यह मार्केट कैप के हिसाब से दूसरी सबसे बड़ी कंपनी होगी। अभी मुकेश अंबानी की रिलांयस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) पहले और टीसीएस (TCS) दूसरे नंबर पर है।
शेयरों में उछाल
एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि यह बराबर की दो कंपनियों का विलय है। पिछले कुछ साल में बैंकों और एनबीएफसी कंपनियों से जुड़े नियमों को आसान कर रही है और उनमें एकरूपता दिख रही है। इसलिए संभावित मर्जर का रास्ता खुल गया है। इस मर्जर के लिए Morgan Stanley India को HDFC Bank और एचडीएफसी लिमिटेड के लिए Bank of America Merrill Lynch (BofA) Securities को फाइनेंशियल पार्टनर बनाया गया था।