निवेश
शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट : Sensex 1,235 अंक टूटा; निवेशकों को 7.5 लाख करोड़ का नुकसान
paliwalwaniसेंसेक्स में 3 अक्टूबर 2024 और निफ्टी में 13 जनवरी 2025 के बाद सबसे बड़ी गिरावट आई है, सेंसेक्स और निफ्टी 6 जून, 2024 के बाद सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों पर अनिश्चितता ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की भारी बिकवाली और अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के निराशाजनक नतीजों से जूझ रहे निवेशकों की चिंता और बढ़ा दी है. इसकी वजह से बेंचमार्क सूचकांकों में आज बड़ी गिरावट आई.
सेंसेक्स 1,235 अंक या 1.6 फीसदी टूटकर 75,838 पर बंद हुआ. निफ्टी भी 320 अंक या 1.4 फीसदी के नुकसान के साथ 23,025 पर बंद हुआ. सेंसेक्स में 3 अक्टूबर और निफ्टी में 13 जनवरी 2025 के बाद सबसे बड़ी गिरावट आई है. सेंसेक्स और निफ्टी 6 जून, 2024 के बाद सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ है.
भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार 21 जनवरी को भारी गिरावट आई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों 1% से अधिक टूट गए। बीएसई सेंसेक्स दिन के कारोबार में 1,431.57 अंक या 1.89 फीसदी टूटकर 75,641.87 अंक पर आ गया। वहीं निफ्टी 367.9 अंक या 1.60 फीसदी का गोता लगाकर 22,976.85 के स्तर पर आ गया। 7 जून 2024 के बाद यह पहला मौका है, जब निफ्टी 23,000 से नीचे गया है.
शेयर मार्केट में मंगलवार को बड़ी गिरावट हुई और एक समय मज़बूत लग रहा बाज़ार बेयर्स की चपेट में आ गया. देखते ही देखते निफ्टी के सभी सपोर्ट लेवल धराशायी हो गए. निफ्टी चार्ट के अनुसार पोज़ीशनल ट्रेडर्स के लिए एक्सपर्ट्स ट्रेलिंग स्टॉप लॉस 23100 था, लेकिन मंगलवार को यह भी टूट गया.
बाज़ार में क्लोज़िंग बेल के साथ निफ्टी 320 अंकों की गिरावट के बाद 23025 के लेवल पर बंद हुआ. सेंसेक्स में 1235 की अंकों की गिरावट के साथ 75838 के लेवल पर बंद हुआ. निफ्टी आज अपने डे हाई से लगभग 400 अंक गिरा.
शेयर बाजार में भारी बिकवाली से निवेशकों की 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कम हो गई, क्योंकि बीएसई-लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण पिछले सत्र के 431.6 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 424.3 लाख करोड़ रुपये रह गया.
निफ्टी में इतनी तेज़ गिरावट हुई है कि वह अपने अहम सपोर्ट लेवल 23000 के पास आ गया है. अगर आने वाले ट्रेडिंग सेशन में यह लेवल टूटा तो और गिरावट आ सकती है जो निफ्टी को 22700 के लेवल तक ले जा सकती है. अगर मार्केट ने यहां से सपोर्ट नहीं लिया तो एक और करेक्शन फेज़ हो शुरू हो सकता है.
निफ्टी 50 इंडेक्स में आज 50 स्टॉक में से 42 स्टॉक गिरावट रहे. निफ्टी 50 के टॉप गेनर्स में अपोलो हॉस्पिटल्स, टाटा कंज़्यूमर लिमिटेड, बीपीसीएल, जेएसडब्ल्यू स्टील, श्रीराम फाइनेंस जैसे स्टॉक रहे, जबकि निफ्टी 50 के सबसे अधिक गिरने वाले स्टॉक में ट्रेंट, अडानी पोर्ट्स, एनटीपीसी और आईसीआईसीआई बैंक जैसे स्टॉक रहे. आज के बाज़ार में बैकिंग सेक्टर और आईटी सेक्टर में सबसे अधिक बिकवाली हुई.
शेयर बाजार की यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद पड़ोसी देशों पर ट्रेड टेरिफ लगाने के प्लान का खुलासा करने के बाद हुई.
दोनों बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी 50 में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई. सेंसेक्स इंडेक्स में ज़ोमैटो, एनटीपीसी, अडानी पोर्ट्स, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सबसे ज़्यादा गिरे. सेंसेक्स में सिर्फ़ दो स्टॉक- अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर स्थिर रहे.
पदभार ग्रहण करने के पहले ही दिन ट्रंप ने कई घोषणाएं कीं, जिनमें कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लगाना भी शामिल है. ट्रंप ने भारत समेत कई देशों पर टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी दी है. उनकी इमिग्रेशन पॉलिसी का असर भारतीय आईटी सेक्टर पर भी पड़ सकता है.