Sunday, 12 October 2025

इंदौर

नए वेदर सिस्टम का दिखेगा असर : 3 दिन तेज बारिश के आसार : दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा होने की संभावना

paliwalwani
नए वेदर सिस्टम का दिखेगा असर : 3 दिन तेज बारिश के आसार : दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा होने की संभावना
नए वेदर सिस्टम का दिखेगा असर : 3 दिन तेज बारिश के आसार : दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा होने की संभावना

इंदौर. पश्चिम बंगाल के तटों से सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके प्रभाव से दक्षिणी छत्तीसगढ़ में अगले 3 दिनों तक एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।अन्य इलाकों में 2-3 दिन हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा। आज बुधवार को 9 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। गुरुवार को इसका असर मध्य क्षेत्रों में और शुक्रवार को उत्तर छत्तीसगढ़ तक देखने को मिल सकता है।

  • रायपुर में आकाश सामान्यतः मेघमय रहने के साथ कुछ बार वर्षा या गरज- चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 33 डिग्री सेल्सियस और 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
  • सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर और कोंडागांव जिलों के लिए मध्यम से भारी वर्षा, आंधी, गरज-चमक और बिजली गिरने ऑरेंज अलर्ट
  • उत्तर बस्तर कांकेर समेत अन्य क्षेत्रों में हल्की बारिश और तेज हवाओं के लिए येलो अलर्ट।

ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में बना निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 2 दिनों में और अधिक स्पष्ट होने की संभावना है।

मानसून की द्रोणिका गंगानगर, सिरसा, आगरा, बांदा, सीधी, संबलपुर से होकर ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र तक पहुंच रही है और वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के पूर्व मध्य तक पहुंच रही है तथा समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है।प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा ,एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा तथा मेघगर्जन के साथ वज्रपात होने की संभावना है।

छत्तीसगढ़: अब तक 832.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज

छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 832.2 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बलरामपुर जिले में सर्वाधिक 1256.5 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 411.5 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।

रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 701.5 मि.मी., बलौदाबाजार में 607.2 मि.मी., गरियाबंद में 704.6 मि.मी., महासमुंद में 626.8 मि.मी. और धमतरी में 718.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।

बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 822.6 मि.मी., मुंगेली में 803.5 मि.मी., रायगढ़ में 1014.9 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 695.5 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1012.6 मि.मी., सक्ती में 891.6 मि.मी., कोरबा में 835.6 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 842.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।

दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 660.1 मि.मी., कबीरधाम में 586.7 मि.मी., राजनांदगांव में 752.0 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1060.7 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 616.5 मि.मी. और बालोद में 882.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।

सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 613.0 मि.मी., सूरजपुर में 945.1 मि.मी., जशपुर में 860.9 मि.मी., कोरिया में 976.3 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 868.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।

बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 1106.6 मि.मी., कोंडागांव में 755.5 मि.मी., कांकेर में 960.4 मि.मी., नारायणपुर में 984.2 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1041.1 मि.मी., सुकमा में 790.7 मि.मी. और बीजापुर में 1056.7 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News