इंदौर
indoremeripehchan : इंदौर में रिश्वत लेकर ट्रक को एंट्री देने वाला ASI राम अवतार दीक्षित बर्खास्त
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इंदौर.
इंदौर के राजवाड़ा इलाके में ट्रैफिक ASI राम अवतार दीक्षित को रिश्वत लेने के आरोप में पुलिस ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति (बर्खास्तगी) दे दी है।
17 सितंबर 2025 को ASI दीक्षित की ड्यूटी राजवाड़ा चौराहे पर थी। उस दिन उन्होंने एक मिनी ट्रक (आयशर) को नो-एंट्री क्षेत्र में घुसने दिया। इसके बदले उन्होंने 1500 रुपए की रिश्वत ली। पैसे उन्होंने एक स्थानीय दुकानदार के खाते में ट्रांसफर करवाए थे।
दुकानदार के खाते में जमा करवाते थे रिश्वत
जांच में पता चला कि ASI अक्सर रिश्वत की रकम गुरुनानक कलेक्शन नाम की दुकान के मालिक के खाते में जमा करवाते थे। दुकानदार ने बताया कि पुलिसकर्मी दिनभर में कई बार अलग-अलग लोगों से पैसे हमारे खाते में डलवाते हैं और शाम को खुद आकर पैसा ले जाते हैं।
इस पूरे मामले की जांच एसीपी आर.के. सिंह को सौंपी गई थी। जांच में रिश्वत लेने की बात सही पाई गई। ट्रक ड्राइवर गणेश बासुरे के बयान भी दर्ज किए गए, जिन्होंने रिश्वत देने की पुष्टि की।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि जांच के बाद दीक्षित को लापरवाही और भ्रष्ट आचरण का दोषी पाया गया। विभागीय कार्रवाई के बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
दोपहर करीब 2 बजे जब ट्रैफिक ज्यादा था, एएसआई दीक्षित ने ट्रक को रोका और 5 हजार रुपए का चालान काटने की धमकी दी। बाद में ट्रक मालिक से बात करके 1500 रुपए में समझौता तय किया।
QR कोड से ली रिश्वत
दीक्षित ने ड्राइवर को पास की गुरुकृपा कलेक्शन दुकान पर भेजा, जहां से उन्होंने दुकान के QR कोड पर पैसे ट्रांसफर करवाए। पैसा मिलते ही ट्रक को जाने दिया गया।
- ड्राइवर ने ये कहा : ड्राइवर गणेश ने बताया कि बाद में उसे दो जगह और रोका गया, लेकिन जब उसने बताया कि 1500 रुपए देकर आ रहे हैं, तो अन्य पुलिसकर्मियों ने बिना कुछ कहे उसे जाने दिया।





