इंदौर

कांग्रेस विधायक रहे, अश्विन जोशी आम आदमी पार्टी के संपर्क में...! कांग्रेस छोड़ने की चर्चा...

अभिषेक दुबे
कांग्रेस विधायक रहे, अश्विन जोशी आम आदमी पार्टी के संपर्क में...! कांग्रेस छोड़ने की चर्चा...
कांग्रेस विधायक रहे, अश्विन जोशी आम आदमी पार्टी के संपर्क में...! कांग्रेस छोड़ने की चर्चा...

लेखक : अभिषेक दुबे

इंदौर : 

  • मालवा-निमाड़ में भाजपा को एक के बाद एक झटके देने वाली कांग्रेस को यह खबर परेशान कर सकती हैं। इंदौर के सीनियर कांग्रेस नेता और तीन बार के विधायक रहे अश्विन जोशी आम आदमी पार्टी के संपर्क में हैं। यह दावा पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष और सिंगरौली मेयर रानी अग्रवाल ने खुद किया है। एक सवाल के जवाब में अग्रवाल ने कहा कि पार्टी में आने का सिलसिला जारी है। अश्विन जोशी से बातचीत चल रही है।

जब इस मामले में इंदौर तीन के पूर्व विधायक अश्विन जोशी से पूछा गया तो वे बोले- आज त्योहार का दिन है, जो भी खुलासा करना है, वह कल करेंगे। ध्यान रहे कि अश्विन जोशी पूर्व मंत्री महेश जोशी के भतीजे हैं और दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं। तीन बार जीतने के बाद वे लगातार दो चुनाव हार चुके हैं। इस कारण उनके टिकट पर अभी पार्टी का रुख स्पष्ट नहीं है। उनकी विधानसभा सीट से उनके भाई दीपक जोशी उर्फ पिंटू भी दावेदार हैं। पिंटू महेश जोशी के बेटे हैं।

सूत्रों के अनुसार जोशी को 'आप' में शामिल कराने के लिए उनकी प्रदेशाध्यक्ष और दिल्ली के कुछ नेता इंदौर में 10 दिन पहले आकर उनसे मुलाकात और बातचीत कर चुके हैं। पंजाब से 'आप' के एक विधायक भी जोशी से लगातार संपर्क में बताए जा रहे हैं। हालांकि, जोशी खुलकर कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं, उनके समर्थक भी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर उनका नाम लिए बगैर वायरल हो रहे मैसेज और जोशी की इस पर चुप्पी ने कई चर्चाओं को जन्म दे दिया है।

इंदौर-3 से कट सकता है टिकट इसलिए अंदरखाने है नाराजगी

दैनिक भास्कर ने जब इस मामले की पुष्टि करने के लिए अश्विन जोशी से संपर्क किया, तो उन्होंने सिर्फ यही कहा कि आज गणेश चतुर्थी का पर्व है, इसलिए राजनीति को लेकर कोई भी बात नहीं करूंगा। जो भी खुलासा करना है कल ही करूंगा। उन्होंने पार्टी से नाराजगी और आप के संपर्क में होने के सवाल का न तो जवाब दिया है, न ही खंडन किया है।

कांग्रेस छोड़ने की चर्चा...यदि ऐसा हुआ तो यह हो सकते हैं कारण

1. अश्विन जोशी 63 साल के हैं और विधानसभा सीट नंबर 3 से इस बार भी दावेदार हैं। लेकिन पिछले चुनाव में दोनों भाईयों के बीच टिकट का एक कथित समझौता इसकी वजह बताया जा रहा है। पिछले चुनाव में भी महेश जाेशी ने भतीजे अश्विन के बजाय बेटे पिंटू के लिए सिफारिश कर दी थी। मामला दिग्विजयसिंह तक पहुंचा तब यह सुलह हुई थी कि 2018 का चुनाव अश्विन लड़ लें, अगली बार सीट को छोड़ना पड़ सकता है। मुश्किल यह हो गई है कि अश्विन सशर्त टिकट मिलने के बाद हार भी गए।

विश्लेषक बताते हैं कि यदि अश्विन पिछला चुनाव आकाश विजयवर्गीय से जीत जाते तो शायद मौजूदा परिस्थिति में उस कथित समझौते का असर कम हो सकता था पर ऐसा हुआ नहीं। उनका दूसरा प्लस पॉइंट यह हो जाता कि वे पांच बार टिकट में से चार बार जीतने वाले विधायक बन जाते। लेकिन हार के कारण उन पर लगातार दो हार का ठप्पा लग गया। विरोधी इसे ही ज्यादा भुनाने की कोशिश में लगे हुए हैं लेकिन अश्विन जोशी ने आखिर तक कोशिश जारी रखी है। हालांकि, अब आप प्रदेशाध्यक्ष अग्रवाल का बयान सामने आने के बाद नए समीकरण बन सकते हैं।

कांग्रेस नेता बोले- यह जोशी की दबाव की राजनीति

'आप' ज्वाइन की अटकलों के बीच इंदौर के ही अश्विन विरोधी कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वह कांग्रेस नेतृत्व पर सिर्फ दबाव बनाने के लिए इस तरह की बात कर रहे हैं। 2018 के चुनाव में भी उन्होंने ऐसा ही दबाव बनाया था। लेकिन इस बार की परिस्थिति अलग है। इंदौर-3 के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अश्विन जोशी को पार्टी 5 बार टिकट दे चुकी है। वहीं पार्टी ने उन्हें दो बार इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए एप्रोच भी किया था। लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने की बात करते हुए अध्यक्ष बनने से मना कर दिया। आखिर पार्टी कब तक एक ही नेता को टिकट देती रहेगी।

2018 के चुनाव से ही चल रही है परिवार में टिकट की लड़ाई

इंदौर-3 में दरअसल, कांग्रेस में जोशी परिवार में टिकट को लेकर लड़ाई 2018 से ही चल रही है। इस सीट से 2018 में पूर्व मंत्री महेश जोशी के बेटे दीपक पिंटू जोशी ने टिकट मांगा था लेकिन महेश जोशी के भतीजे अश्विन जोशी खुद के टिकट लिए अड गए थे। सूत्रों का कहना है कि अश्विन जोशी को 2018 में इस शर्त पर कांग्रेस ने टिकट दिया था कि अब अगली बार पिंटू को मौका देंगे।

वहीं 2018 में टिकट मिलने के बाद अश्विन जोशी ने दिल्ली से इंदौर आकर कहा था कि हर परिवार में झगड़े होते हैं, महेश जोशी चुनाव में मेरे लिए पूरी तरह काम करेंगे। वहीं टिकट के विवाद पर कहा था कि किस परिवार में विवाद नहीं होता है। अब कोई विवाद नहीं है। महेश जोशी मेरे चुनाव में काम करेंगे।

साभार : दैनिक भास्कर 

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