इंदौर
रणजीत सरकार के दर्शन के लिए : 3 लाख भक्त शामिल होंगे प्रभात फेरी में
Paliwalwaniउम्मीद है मित्रों, आप भी अवश्य आएंगे रणजीत सरकार के दर्शन के लिए ...!
इंदौर : शुकवार 16 दिसंबर 2022 ( रणजीत अष्टमी) का दिन श्री राम भक्त ,सीता भक्त और रणजीत भक्तों के लिए किसी महोत्सव से कम नहीं रहेगा. इस दिन अलसुबह 5 बजे रणजीत सरकार अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए रणजीत धाम से रथ पर होकर सवार हो नगर भ्रमण पर निकलेंगे. रणजीत अष्टमी का दिन शहर के पश्चिमी क्षेत्र के लिए एक ख़ास दिन होता है.
क्योंकि उस दिन इन्दौरी अयोध्या कहे जाने वाले रणजीत हनुमान क्षेत्र में जय-जय सियाराम, जय-जय सीताराम, जय-रणजीत के साथ धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो का शंखनाद भी खूब होता है. इस दिन अल सुबह क्षेत्र में लाखों की संख्या में बस रणजीत भक्त ही नज़र आते हैं और पूरा क्षेत्र भगवा रंग में रंग जाता है. इस दिन गाजे –बाजे के साथ रणजीत सरकार नगर भ्रमण पर निकलते हैं और भारतीय संस्कृति के रंग में रंगे भक्त उनके सारथी बनते हैं.
गौरतलब है कि रणजीत अष्टमी पर 2 बैंड ,5 भजन मण्डली ,सैकड़ों भगवा ध्वजा, घोड़े, बग्गी, राजस्थानी ढोल, ऊंट गाड़ी, झांकियों के माध्यम से रणजीत सरकार का स्वागत-वंदन और गुणगान किया जाता है. रणजीत धाम से जब बाबा की सवारी निकलती है ,तो खूब आतिशबाजी भी होती है. जिसकी गूंज रणजीत धाम के आसपास के कई क्षेत्रों में सुनाई देती है.
अलसुबह जैसे जैसे रणजीत सरकार का रथ आगे बढ़ता जाता है. भक्तों का सैलाब भी नज़र आने लगता है, जो जय रणजीत, जय जय रणजीत का नारा बुलंद करते हुए बाबा की सवारी में चलता हैं. पीले और भगवा वस्त्रों में हजारों माता-बहनें भी जब यात्रा में जय-जय रणजीत का जयघोष करते नज़र आती है, तो लगता है कि रणजीत हनुमान क्षेत्र को यूँ ही अयोध्या नहीं जाता.
सालों पूर्व शुरू हुई प्रभात फेरी के स्वरूप में 2008 में बदलाव आया प्रभात फेरी में पिछले कुछ वर्षों में जो भव्यता आई है. उसने शहर का ही नहीं पुरे प्रदेश का मान बढ़ाया है. 2015 में प्रभात फेरी के लिए भक्तों के सहयोग से 25 लाख का बड़ा रथ रणजीत सरकार के लिए बनाया गया था तब से बाबा की सवारी उसी भव्य रथ में निकल रही है और भक्तों को उनका सारथी बनने का सौभाग्य भी मिल रहा हैं.
मित्रों, मेरा खासकर उन मित्रों से अनुरोध है कि जिन्होंने कभी रणजीत सरकार की सवारी (प्रभात फेरी) का दीदार नहीं किया तो वो सभी 16 दिसंबर 2022 की सुबह कुछ समय जरुर सनातन धर्म के जागरण के लिए निकाले. अंत में यही कहूँगा कि रणजीत बाबा की सवारी का अदभुत नज़ारा जिसने भी देखा है, वो रणजीत बाबा का दीवाना जरुर हुआ है.
उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि भक्तों के भाव और भक्ति के रंग से सराबोर कर देने वाली धार्मिक यात्रा में आप जरुर आएंगे और उन भक्तों का उत्साह बढ़ाएंगे. जिनकी आस्था के दम पर रणजीत सरकार धूमधाम के साथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं. हम भी टीम पवनपुत्र के साथियों के साथ वहीँ मौजूद रहेंगे.
!! जय-जय सियाराम....जय-जय सीताराम....जय-रणजीत....!!