देश-विदेश
20 लाख से ज्यादा लोग बुखार की चपेट में, न दवाएं मिल रहीं न ही अस्पतालों में बेड
Paliwalwani
उत्तर कोरिया : दो साल तक कोरोना की चपेट से दूर रहे उत्तर कोरिया में अब संक्रमण तेजी से फैल रहा है। 13 मई 2022 को यहां संक्रमण से पहली मौत का आधिकारिक एलान हुआ था। तब उत्तर कोरिया की स्टेट मीडिया ने यह भी कहा था कि देश में 3.50 लाख से ज्यादा लोग रहस्यमयी बुखार की चपेट में हैं। हालांकि, इनके कोरोना संक्रमित होने का खुलासा नहीं किया गया। अब इस बुखार से ग्रसित मरीजों की संख्या 3.50 लाख से बढ़कर 20 लाख पहुंच गई है।
एंटी वायरल दवाएं नहीं मिल रहीं
अस्पतालों में बेड की कमी पड़ गई है। लोगों को एंटी वायरल दवाएं नहीं मिल रहीं। ऐसे में तानाशाह किम जोंग के अफसरों ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए नया फरमान जारी किया है। पिछले साल ही जब पूरी दुनिया में कोरोना ने कोहराम मचा रखा था तब डब्ल्यूएचओ समेत कई देशों ने उत्तर कोरिया को मदद की पेशकश की थी, लेकिन किम जोंग ने किसी तरह की मदद लेने से इनकार कर दिया था। आइए जानते हैं बिना बाहरी मदद के किम जोंग अपने लोगों का कैसे इलाज करवा रहा?
चाय और नमक के पानी से इलाज
कोरोना और बुखार के मरीजों के इलाज में उत्तर कोरिया परंपरागत तरीका अपना रहा है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां मरीजों को परंपरागत चाय और नमक पानी पीने की सलाह दी जा रही है। किम जोंग की पार्टी के अखबार रोडोंग सिम्नन ने लिखा है, 'जो लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं हैं, वह अदरक या हनीसकल चाय और एक विलो-पत्ती को गर्म पानी में मिलाकर सेवन करें।
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