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शेयर बाजारों को गिरने से बचाने के लिए विदेशी निवेश के आंकड़े छिपाएगा चीन : लाइव डाटा आज से
paliwalwaniशंघाई : चीन के शेयर बाजारों में होने वाले विदेशी निवेश का लाइव डाटा सोमवार से आनलाइन प्लेटफार्मों पर उपलब्ध नहीं होगा। चीन द्वारा यह कदम शेयर बाजारों में विदेशी निवेशकों द्वारा की जाने वाली सैलिंग के चलते होने वाली संभावित गिरावट को संभालने के लिए किया गया है।
शंघाई और शेनेजन एक्सचेंजें हांगकांग एक्सचेंज के साथ ट्रेडिंग लिंक्स स्थापित करके चीनी बाजारों में हो रही विदेशी निवेशकों की खरीद और बिकवाली के डाटा को छिपाने जा रही है। हालांकि ये दोनों एक्सचेंजें कारोबारी सैशन बंद होने के बाद पूरे दिन में विदेशी निवेशकों की खरीद और बिकवाली के आंकड़े दिखाएगी और इसके साथ ही 10 सबसे ज्यादा ट्रेड हुए शेयरों के बारे में भी जानकारी देंगी।
हालांकि स्टॉक एक्सचेंज के अधिकारियों का कहना है कि यह नियम अंतर्राष्ट्रीय सिद्धांतों के मुताबिक किया जा रहा है, लेकिन इसे चीन द्वारा अपने बाजारों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली से पड़ने वाले प्रभाव को सीमित करने के एक कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।
यह खबर बाजार में आने के बाद चीन के बाजारों में तेजी देखी गई है और निवेशक इसे चीनी बाजारों के लिए एक अच्छा फैसला मान रहे हैं। शंघाई में जेड स्टोन इन्वैस्टमैंट मैनेजमैंट कंपनी के फंड मैनेजर चैन शी ने कहा कि इस फैसले से कुछ फंड मैनेजरों की ट्रेडिंग की गति धीमी हो सकती है। लेकिन अच्छे निवेशकों के लिए इस तरह के आंकड़े ज्यादा मायने नहीं रखते।
विदेशी निवेशकों के रियल टाइल आंकड़ों को चीनी बाजार में निवेशकों का मूड बिगड़ने के कारण के रूप में देखा जा रहा था और चीन का बाजार मोटे तौर पर अपने स्थानीय निवेशकों के दम पर ही चलता है लेकिन इन स्थानीय निवेशकों ने ही हाल ही के दिनों में विदेशी निवेशकों की जाने वाली बिकवाली के प्रभाव में बिकवाल की, जिस कारण कुछ निवेशकों ने सरकार से इस तरह के रियल टाइम आंकड़ों पर रोक लगाने की मांग की थी।
चीन की दोनों एक्सचेंजों ने इस फैसले की घोषणा 12 अप्रैल को की थी, और यह कहा था कि इसे लागू करने और इसके प्रभाव को देखने में कुछ समय लग सकता है। शनिवार को हांगकांग स्टाक एक्सचेंज ने जानकारी दी कि रियल टाइम आंकड़ों को लेकर जानकारी में हो रहे बदलाव को सोमवार को लागू किया जाएगा।
चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शेयर बाजार है और इसमें फरवरी महीने के बाद से तेजी देखी जा रही है। यह तेजी चीन की सरकार द्वारा उठाए गए कुछ कदमों और सरकारी फंडों द्वारा की गई खरीददारी के कारण आई है, इस बीच इस तेजी के पीछे चीन की अर्थव्यवस्था में आ रहे सुधार को भी एक कारण माना जा रहा है।
अर्थव्यवस्था के अच्छे आंकड़ों के चलते ही चीनी बाजार में विदेशी निवेशकों की रुचि बढ़ी है और पिछले तीन महीने से लगातार विदेशी निवेशक चीन में खरीददारी कर रहे हैं। इस महीने विदेशी निवेशकों ने चीन में 664 मिलियन डालर की खरीददारी की है। हालांकि चीन और अमरीका के मध्य बढ़ रहे तनाव और अमरीका द्वारा चीनी उत्पादों खास तौर पर इलैक्ट्रिक कारों पर लगाए जाने वाली डयूटी की खबरों के कारण चीन में होने वाला विदेशी निवेश प्रभावित हो सकता है।
अप्रैल में चीन में हुए कुल कारोबार में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत के आसपास रही थी। 12 अप्रैल को चीन की सरकार द्वारा नया नियम लागू किए जाने की घोषणा के बाद से ही चीनी शेयर बाजार में 5 प्रतिशत की तेजी देखी गई है।