स्वास्थ्य
Weightloss Trick : घर बैठे हॉरर फिल्म देखने से भी कम हो सकता है मोटापा, आधे घंटे ट्रेडमिल पर दौड़ने से ज्यादा असरदार है यह तरीका
Pushplataमोटापा आज के समय में अधिकतर लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बना हुआ है। बढ़ते वजन के चलते लोग कई गंभीर बीमारियों की चपेट में भी जल्दी आने लगे हैं। बता दें कि अधिक वजन वाले लोगों को थायराइड, दिल से जुड़ी बीमारियों समेत और भी कई घातक परेशानियों का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में समय रहते इसपर काबू पाना बेहद जरूरी हो जाता है। वहीं, अगर आप भी शरीर पर बढ़ती जिद्दी चर्बी से छुटकारा पाना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए ना तो आपके पास जिम जाने का समय है और ना ही आप स्ट्रिक्ट डाइटिंग कर पाते हैं, तो ये यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
क्या है ये तरीका?
आपको जानकर हैरानी होगी कि आप घर बैठे केवल हॉरर फिल्म देखकर भी मोटापे को कम कर सकते हैं। दरअसल, इसे लेकर साल 2019 में वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय द्वारा एक शोध किया गया। अध्ययन के अनुसार, डरावनी फिल्म देखने से अधिक तेजी से कैलोरी बर्न हो सकती हैं, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
बता दें कि इस शोध में अलग-अलग जगहों से 10 लोगों को शामिल किया गया। इस दौरान देखा गया कि एक 90 मिनट की डरावनी फिल्म देखने भर से औसतन 113 कैलोरी बर्न की जा सकती हैं। यानी ये आपके लिए 30 मिनट तक ट्रेडमिल पर दौड़ने से भी अधिक फायदेमंद हो सकता है।
कैसे करती है असर?
शोध के नतीजों के मुताबिक, हॉरर फिल्म देखने से हमारे हार्ट रेट, ऑक्सीजन इंटेक और कार्बन डाइऑक्साइड उत्पादन में तेजी से वृद्धि होती है, साथ ही इस तरह की फिल्म कुछ देर के लिए आपके मन में तनाव भी पैदा करती है। फिल्म देखने पर महसूस होने वाला ये तीव्र भय या तनाव भूख को दबाकर मेटाबॉलिक रेट को बढ़ा देता है, इससे कैलोरी अधिक तेजी से बर्न होती हैं और इस तरह ये बढ़ते वजन पर काबू पाने में मददगार हो सकती हैं।
और भी हैं कई फायदे
इसके अलावा शोध में बताया गया कि डरावनी फिल्मों को देखने पर शरीर में एड्रेनालाईन, ग्लूकोज और कोर्टिसोल का रिसाव भी होने लगता है, जिससे व्यक्ति कुछ समय के लिए असल जिंदगी के दुख-दर्द और खतरों को भूलकर अधिक सुरक्षित महसूस करने लगता है। साथ ही हॉरर फिल्में देखने से हमारे मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर निकलते हैं। ये हमें कुछ समय के लिए अधिक सतर्क कर सकते हैं। ऐसे में इस तरह की फिल्मों को देखने पर आपका दिमाग भी बेहतर तरीके से काम करता है। हालांकि, रिसर्च में कमजोर दिल वाले लोगों को डरावनी फिल्मों से दूरी बनाने की सलाह दी गई है।
Note : आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।