गुजरात
महिला को फरारी के दौरान ऑनलाइन खाना आर्डर करना पड़ा भारी, पहुंच गई जेल
Paliwalwaniगुजरात. गुजरात के गांधीनगर की स्थानीय अपराध शाखा ने वडोदरा की एक 29 वर्षीय महिला को कथित तौर पर एक डमी शेयर ब्रोकिंग फर्म चलाने के आरोप में सोमवार को पकड़ा है। महिला के खिलाफ असली कंपनी वालों ने शिकायत की तो वह फरार हो गई। कई दिनों से उसकी तलाश जारी थी लेकिन इसी बीच उसने डमी वेबसाइट में डाले गए नंबर से खाना ऑर्डर किया, जिसके बाद उसे अरेस्ट कर लिया गया।
महिला की पहचान जयदेवी लंगुटे के रूप में हुई है। वह तंदलजा इलाके के एक स्पा में काम कर रही थी। वडोदरा में ताहुरा पार्क सोसाइटी की निवासी जयदेवी लंगुटे ने गांधीनगर के रतनपुर गांव में स्थित गिफ्ट सिटी में केआईएफएस ब्रोकिंग एलएलपी के नाम से एक डमी शेयर ब्रोकिंग फर्म व वेबसाइट बनाई थी। इस संबंध में उसके खिलाफ गांधीनगर एलसीबी ने 27 नवंबर, 2021 को दाभोडा पुलिस में दर्ज एक प्राथमिकी की जांच शुरू की थी।
गांधीनगर एलसीबी में यह शिकायत केआईएफएस ब्रोकिंग एलएलपी के कानूनी प्रबंधक (लीगल मैनेजर) ने दर्ज कराई थी। शुरुआत में उन्होंने आरोप लगाया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके नाम का उपयोग करके एक फर्म बनाई थी। बाद में पता चला था कि वह महिला जयदेवी लंगुटे ही थी, जिसने अपनी डमी वेबसाइट में केआईएफएस ब्रोकिंग का सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) प्रमाणपत्र भी लगा रखा था।
गांधीनगर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि लंगुटे ने साल 2019 में पनवेल में एक शेयर ब्रोकिंग फर्म शुरू की थी, जिसका नाम गुरुजी कमोडिटीज था। चूंकि उसकी फर्म पंजीकृत नहीं थी, इसलिए निवेशकों ने उस पर भरोसा नहीं किया। ऐसे में उसने इंटरनेट में काफी पड़ताल की तो उसे केआईएफएस ब्रोकिंग एलएलपी की वेबसाइट दिखी। फिर उसने अपनी डमी वेबसाइट बनाई और केआईएफएस का सेबी सर्टिफिकेट भी डाला ताकि ग्राहक निवेश के लिए प्रभावित हों।
जब केआईएफएस ब्रोकिंग एलएलपी के प्रमोटरों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने पुलिस से संपर्क किया और आईटी एक्ट के तहत की शिकायत दर्ज कराई। तकनीकी जांच में सामने आया कि जयदेवी लंगुटे ने मुंबई के पनवेल में ऑफिस खोल रखा था, लेकिन पुलिस को लंगुटे वहां नहीं मिली। फिर पता चला कि वह मध्यप्रदेश के इंदौर में फरारी काट रही है, लेकिन तलाशी के दौरान महिला वहां भी नहीं मिलीं।
बीते रविवार को क्राइम ब्रांच की टीम जयदेवी लंगुटे के बारे में जानकारी निकाल ही रही थी, तभी उन्हें नकली की वेबसाइट पर इस्तेमाल किए गए कुछ नंबर दिखे। इन्हीं में से एक नंबर को वह इस्तेमाल में ला रही थी। जैसे ही महिला ने उस नंबर का इस्तेमाल खाना ऑर्डर करने के लिए किया, पुलिस को पता चला कि वह नंबर तंदलजा का था फिर उस महिला को लोकेशन के आधार पर पकड़ लिया गया।