दिल्ली
बजट 2022 पर भाषण के बाद विवाद में घिरे राहुल गांधी - कानून मंत्री बोले मांगे माफ़ी
Paliwalwaniनई दिल्ली. बजट 2022 पर राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर लोकसभा में बुधवार को धन्यवाद प्रस्ताव पेश करने के मौके पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार ने न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस स्पाईवेयर को लोगों की आवाज दबाने का साधन बनाया है. उन्होंने अपने भाषण में कई मुद्दे उठाए. राहुल के इस बयान पर देश के कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और राहुल से माफी की मांग कर डाली. वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भी राहुल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
Not only as India’s Law Minister but also as an ordinary citizen, I condemn what Mr. Rahul Gandhi has said about India’s judiciary and EC.
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) February 2, 2022
These are vital institutions of our democracy.
Mr. Rahul Gandhi should immediately apologise to the people, judiciary and EC. https://t.co/FJk2EPpBq5
मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि न केवल भारत के कानून मंत्री के रूप में , बल्कि आम नागरिक के रूप में मैं राहुल गांधी के बयान की निंदा करता हूं; हमारे लोकतंत्र की अहम संस्थाओं पर आरोप लगाने पर राहुल गांधी को तुरंत लोगों से, न्याय पालिका और चुनाव आयोग से माफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री इजरायल गए और जासूसी के लिए पेगासस लेकर आए. पेगासस स्पाईवेयर के जरिए संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है. इसका इस्तेमाल कर जासूसी कराई जा रही है. सरकार ने सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है. राहुल गांधी को इस मुद्दे पर बोलने से रोक दिया गया, क्योंकि इस पर झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की आपत्ति ली थी. उन्होंने कहा था कि पेगासस का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, ऐसे में उस पर सदन में बहस नहीं हो सकती है.