दिल्ली
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन : देशभर में शोक की लहर
sunil paliwal-Anil Bagoraहाइलाइट्स
- पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का निधन, देश में शोक की लहर.
- लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे मनमोहन सिंह.
- 1991 में मनमोहन ने आर्थिक सुधारों में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका.
- उदारीकरण और वैश्वीकरण की नीतियों के लिए याद किए जाएंगे.
दिल्ली. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का दिल्ली के AIIMS हॉस्पिटल में निधन हो गया है. कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. उन्हें आज शाम तबीयत बिगड़ने के बाद AIIMS में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन 92 वर्ष की उम्र में हुआ है. उधर डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर सामने आने के बाद पूरे देश में शोक की लहर देखने को मिल रही है.
पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, जो दो बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं, वे लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे. इससे पहले भी उन्हें कई बार स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था. जानकारी के अनुसार साल, 2006 में मनमोहन सिंह की दूसरी बार बाईपास सर्जरी हुई थी, जिसके बाद से वह काफी बीमार चल रहे थे. गुरुवार को उन्हें सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था. उनका जन्म 26 सितम्बर 1932 को पश्चिमी पंजाब के गाह (अब पाकिस्तान) में हुआ था.
RBI के गवर्नर रह चुके हैं मनमोहन
पूर्व पीएम राजीव गांधी की सरकार में वह 1985 से 1987 तक भारतीय योजना आयोग के प्रमुख के पद पर भी रहे. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के साथ भी काम किया. इसके अलावा वह 1982 से 1985 तक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर भी रहे. इस दौरान उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में कई सुधार किए. जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है.
देश के आर्थिक सुधारों के लिए याद किए जाएंगे
डॉ. मनमोहन सिंह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और जाने-माने अर्थशास्त्री थे. उन्होंने 1991 में देश के आर्थिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वित्त मंत्री के रूप में, उन्होंने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की नीतियों को लागू किया, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली. उन्हें उनके योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिसमें पद्म विभूषण भी शामिल है. 1991 में, पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री के रूप में, डॉ. मनमोहन सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नया रूप दिया.
आत्मीय श्रद्वाजंलि : पालीवाल वाणी मीडिया समूह ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति और उनके परिजनों, अनुयायियों और प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की हैं.