दिल्ली
प्रियंका-अखिलेश की बातचीत से लगी मुहर-सपा ओर कांग्रेस को होगा फायदा
Ayush Paliwalउत्तर प्रदेश। लखनऊ 22 जनवरी 2017 विधानसभा चुनाव के लिए सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बात पिछले कई महीने से अटकी थी। अंतिम दौर में गठबंधन टुटने की कारगार पर पहुंच गया था। लेकिन देर रात फिर आपसी बातचीत होने के बाद सुबह होते-होते आखिरकार रविवार को दोनों पार्टियों के बीच सीटों पर समझौता हो गया। पालीवाल वाणी को सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के बीच इस गठबंधन में सबसे अहम रोल श्रीमती प्रियंका गांधी ने निभाया। कुछ दिनों पहले तक दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की उम्मीद न के बराबर हो गई थीं। लेकिन प्रियंका गांधी ने खुद मोर्चा संभालते हुए सपा नेताओं से बातचीत कर उत्तर प्रदेश में 105 सीटों पर कांग्रेस तो सपा 298 पर लड़ने पर अंतिम मोहर लग चुकी है।
आगे बढ़कर आईं प्रियंका गांधी कांग्रेस की जान
सपा कांग्रेस को किसी भी सूरत में 90 से ज्यादा सीटें देने को राजी नहीं थी। दिल्ली से कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद जैसे सीनयिर नेताओं को मोर्चे पर लगाया था लेकिन बात नहीं बनी थी। इसके बाद प्रियंका गांधी ने खुद आगे बढ़कर मोर्चा संभाला. शनिवार को प्रियंका गांधी ने सपा नेता रामगोपाल यादव से बातचीत की. इसके बाद रविवार को उनकी बात अखिलेश यादव से हुई. इसकी जानकारी खुद कांग्रेस में सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने ट्वीट कर दी। कांग्रेस के एक कार्यकर्ता सुधीर यादव ने कहा कि कांग्रेस की जान प्रियंका गांधी है। जो कांग्रेस को एक तरफा जिता कर भाजपा को मुंह तोड जवाब दे सकती है।
प्रियंका-डिंपल स्टार प्रचारक की भूमिका में
कई दिनों से मीडिया में चर्चा थी कि प्रियंका गांधी और अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव के बीच अच्छे संबंध बन रहे हैं. इसे विधानसभा चुनवा से भी जोड़ा गया। कहा गया कि कांग्रेस और सपा में गठबंधन की शुरुआत इन दोनों के बीच बातचीत से शुरू हुई थी। यूपी में कई जगहों पर पोस्टर सामने आए थे। जिसमें प्रियंका गांधी और डिंपल यादव के साथ लोकल उम्मीदवार की पोस्टर पर तस्वीरें दिखीं थीं. इसे महिला सशक्तिकरण से भी जोड़ा गया। गठबंधन के बाद प्रियंका-डिंपल स्टार प्रचारक की भूमिका में नजर आएगी। कांग्रेस के सूत्रों ने दावा किया है कि दोनों पार्टी आसनी से सत्ता पर काबिज हो सकती है।