अपराध
कांग्रेस के युवा नेता की गोली मारकर हत्या
paliwalwaniफरीदाबाद.
फरीदाबाद कीडबुआ स्थित मस्जिद चौक पर बदमाशों ने कांग्रेस के एक युवा नेता के सीने में गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान 32 वर्षीय कुणाल भड़ाना के रूप में हुई है। रविवार रात को वारदात के दौरान वह एक दोस्त के साथ चौक पर खड़े होकर बात कर रहे थे।
जेब से पिस्तौल निकालकर कुणाल के सीने पर गोली मार दी
इसी दौरान उनकी जान-पहचान के चार युवक भी वहां आ गए। उनमें से एक ने उनका का हाथ पकड़ा और दूसरे ने लाइसेंसी पिस्तौल से कुणाल के सीने में गोली मार दी। डबुआ थाना की पुलिस हत्या का मुकदमा दर्जकर जांच शुरू कर दी है। हत्या के कारण का अभी पता नहीं चला है। रंजिश को लेकर आशंका जताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार, मृतक के बड़े भाई ज्योतेन्द्र भड़ाना उर्फ रिंकू भड़ाना ने शिकायत में बताया कि वह दो भाई और दो बहन हैं। वह परिवार समेत नवादा कोह में रहते हैं। कुणाल भड़ाना उनका छोटा भाई था। रात करीब सवा 11 बजे एक युवक ने मोबाइल फोन पर कॉल करके बताया कि सेक्टर-48 निवासी विजय और बिल्लू अपने दो अन्य साथियों संग मिलकर कुणाल के साथ मारपीट कर रहे हैं। यह सुनकर वह गांव से सीधे मौके पर पहुंचे। वहां देखा कि बिल्लू ने कुणाल का हाथ पकड़ा हुआ था और विजय ने जेब से पिस्तौल निकालकर कुणाल के सीने पर गोली मार दी। वह भाग कर कुणाल के पास पहुंचते, तब तक सभी आरोपी कार में बैठकर फरार हो गए।
चार आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
कुणाल को तुरंत सेक्टर-21 स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने कुणाल को मृत घोषित कर दिया। पुलिस पीड़ित की शिकायत पर दो नामजद समेत चार आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि क्राइम ब्रांच की कई टीमें आरोपियों की तलाश कर रही है।
दो साल पहले हुई थी शादी : परिजनों के अनुसार मृतक कुणाल की शादी दो साल पहले हुई थी। उनका एक साल का बेटा है। हाल में वह परिवार के साथ हिमाचल प्रदेश स्थित मनाने घूमने गए थे। कुणाल सामाजिक व्यक्ति था।
रंजिश के चलते हत्या का शक
पुलिस के अनुसार, मृतक के भाई ने अपनी शिकायत में बताया है आरोपी विजय और बिल्लू किसी बात को लेकर कुणाल से रंजिश रखते थे। सूत्रों की मानें तो बीते दिनों कुणाल के एक जानकार के साथ आरोपियों की किसी बात को लेकर कहासुनी और मारपीट भी हुई थी। कुणाल उमसें समझौता कराने का प्रयास कर रहे थे। वारदात के दौरान भी कुणाल उसी मामले में आरोपियों से बात करने की कोशिश कर रहे थे। आशंका है कि उस बात को लेकर आरोपियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
गुरुग्राम की ओर भागे आरोपी
सूत्रों की मानें तो सभी आरोपी गुरुग्राम की ओर भागे हैं। उन्होंने वारदात को अंजाम लाइसेंसी पिस्तौल से दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कार और पिस्तौल को बरामद जांच में जुटी है। पुलिस इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। साथ ही आरोपियों की तलाश कर रही है।
पार्षद का चुनाव लड़ चुके थे कुणाल
बता दें कि, कुणाल निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुके थे। वह काफी कम वोट से चुनाव हारे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि वह फरीदाबाद में होने वाले आगामी निगम पार्षद का चुनाव लड़ने वाले थे। वह इसकी जोर-शोर से तैयारी कर रहे थे। उनकी क्षेत्र में काफी अधिक लोकप्रियता थी। बताया जा रहा है कि वह कांग्रेस पार्टी से भी जुड़े थे और उम्मीद थी कि निगम चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पार्टी की ओर से टिकट दिया जाता।