भोपाल
भू-समाधि के बाद सात फीट गड्ढे से बाहर आए स्वामी पुरुषोत्मानंद
Paliwalwaniभोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में 72 घंटे से सभी की निगाहें टीटी नगर स्थित मां भद्रकाली बिजासन दरबार परिसर में टिकी हुई थीं. एक अक्टूबर से स्वामी पुरुषोत्मानंद महाराज (Baba Purushottamanand Maharaj) ने भूसमाधि ली थी. तीन दिन के लिए बाबा गहरे गड्ढे में थे जो आज दोपहर 12.30 मिनट पर बाहर निकल आए है. बाबा को देखने हजारों की भीड़ मां भद्रकाली विजयासन दरबार परिसर में पहुंच गई है. वहीं बाबा स्वामी पुरुषोत्त नंद महाराज के भूमिगत समाधि स्थल पर बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद हैं. श्रद्धालुओं की उपस्थिति में ब्राह्मणों ने वेदमन्त्रों के बीच भू समाधि के 7 फीट गहरे गड्ढे से बाबा को बाहर निकला.
बाबा के हठयोग ने पुलिस प्रशासन को परेशान कर दिया
वहीं बाबा के घर पर पुलिस तैनात है. पुलिस प्रशासन ने बाबा को भू समाधि की इजाजत नहीं दी थी लेकिन बाद में शपथ पत्र पर लिखवाने के बाद बाबा 30 सितंबर को बाबा गड्ढे में उतर गए थे. बाबा के परिजनों का दावा है कि बाबा देवी भक्त हैं और लोगों को चमत्कार दिखाने के लिए समाधि ली है. बाबा के हठयोग ने जहां एक तरफ लोगों की उत्सुकता बढ़ा दी थी तो वहीं पुलिस प्रशासन को भी परेशान कर दिया था.
क्या कहा समाधि से बाहर आने के बाद
समाधि से बाहर आने के बाद बाबा पुरुषोत्तमानंद ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, भक्ति में शक्ति है. अब देश भर की राजधानियों के जाकर समाधि लगाएंगे और सनातन धर्म का प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा, मैंने जन कल्याण, समाज कल्याण के लिए समाधि ली थी. तीन दिन तक जमीन के अंदर रहने के बाद बावजूद उन्हें किसी तरह की कोई कमजोरी महसूस नहीं हो रही है. इन तीन दिनों में उनका मां दुर्गा से साक्षात्कार हुआ. बाबा के मुताबिक, तीन दिनों से सिर्फ उनका शरीर पृथ्वी पर था जबकि आत्मा पूरी तरह भगवान के पास थी. बाबा ने कहा कि अगली बार वह 84 घंटे की समाधि लेंगे.