ज्योतिषी
रत्न पहनने से पहले जान लें सही नियम, वरना हो सकता है उल्टा असर...!
paliwalwaniहिन्दू धर्म में रत्नशास्त्र के अनुसार, रत्नों के पहनने को लेकर कई तरह के नियम बताए गए हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसी भी रत्न को पहनने का सही नियम क्या है और सही नियमों का पालन नहीं किया तो लोगों पर इसका क्या असर पड़ता है.
आप लोगों ने देखा होगा कि अक्सर आजकल लोग हाथों में रत्न पहने हुए दिखते हैं. ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों को किसी कार्य में सफलता नहीं मिल रही है. उन्हें रत्न पहनने से जल्द ही सफलता मिलने लगती है और परेशानियां खत्म होने लगती है. ज्योतिष अनुसार जिस भी व्यक्ति को रत्न पहनना सूट करता है उसकी किस्मत चमक जाती है. माना जाता है कि ग्रह और राशि के अनुसार व्यक्ति को रत्न पहनना चाहिए, वरना इसके बुरे प्रभाव लोगों की जिंदगी में परेशानियां भी खड़ी कर सकते हैं.
ज्योतिष शास्त्र अनुसार, ऐसे कई उपाय हैं जिनका पालन करने से व्यक्ति की परेशानियां और दोष दूर हो जाते हैं. जब आपकी कुंडली में ग्रह दोष होता है तो रत्न से जुड़े कुछ उपाय किए जाते हैं. ज्योतिष में रत्नों का बहुत अधिक महत्व बताया गया है. लोगों के जीवन पर इसका काफी प्रभाव पड़ता है, क्योंकि प्रत्येक रत्न की अपनी एक अलग ऊर्जा और शक्ति होती है. ऐसे में रत्न धारण करने से पहले उसे किसी जानकार को दिखा लें, कि वो आपके लिए फलदायक है भी या नहीं. माना जाता है कि अलग-अलग रत्न कुंडली पर प्रभाव भी अलग-अलग तरह से डालते हैं. इसलिए रत्न धारण करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
अगर कोई व्यक्ति एक से ज्यादा रत्न धारण करना चाहता है तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जो राशि आपस में शत्रु हैं, उनसे जुड़े रत्न एक साथ न पहनें. माना जाता है परस्पर शत्रु राशि वाले रत्नों को साथ पहनने से व्यक्ति को इसके बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते हैं.
शुभ मुहूर्त का रखें खास ध्यान
ज्योतिषियों का मानना है कि किसी भी तरह का रत्न धारण करने से पहले शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना चाहिए. मान्यता है कि हर एक रत्न को पहनने के लिए दिन निर्धारित होता है. इसके साथ ही रत्न खरीदते समय भी शुभ मुहूर्त का ध्यान रखा जाता है. रत्न खरीदते वक्त इस बात का भी ध्यान रखें कि उस पर किसी तरह का दाग न लगा हो और न ही वो कहीं ये टूटा या चटका हुआ हो.
कौन सा रत्न होता है शुभ
अगर आप रत्न खरीदने जा रहे हैं तो रत्न खरीदने के बाद उसे अंगूठी में जड़वाने से पहले जान लें कि आपके लिए वह शुभ है या नहीं. ये जानने के लिए कि रत्न आपके लिए फलदायक है कि नहीं उसे अपनी तकिए के नीचे तीन दिन के लिए रखें. अगर ऐसा करने से आपको बुरे सपने नहीं आते है, या आपके साथ कोई बुरी घटना नहीं होती तो ऐसा रत्न धारण से कोई नुकसान नहीं होगा.
रत्न के वजन का रखें ध्यान
ज्योतिष के अनुसार, रत्न खरीदते वक्त उसके वजन का खास ख्याल रखना चाहिए. रत्न खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि रत्न पौन रत्ती का नहीं खरीदना चाहिए. कोशिश करें कि रत्न इसके ऊपर के वजन का ही हो.
रत्न पहनने की विधि
अगर आप रत्न पहनने जा रहे हैं तो सबसे पहले जान लें कि कोई भी रत्न धारण करने से पहले उसकी पूजा अवश्य करनी चाहिए और इसके बाद उसे अपने इष्ट के चरणों से स्पर्श करवाकर ही धारण करें. पूजा के लिए रत्न वाली अंगूठी या लॉकेट को दूध में डालकर शुद्ध करें और फिर उसको साफ जल से धुलें. इसके बाद रत्न को अच्छे साफ करके एक छोटा हवन करें. फिर हवन के ऊपर रत्न को 7 बार घुमाएं. इसके बाद ही कोई रत्न धारण करें. इससे लोगों को रत्न के अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं.
•┄┅═══❁✿❁❁✿❁═══┅┄•
● Disclaimer : इस लेख में दी गई ज्योतिष जानकारियां और सूचनाएं लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. पालीवाल वाणी इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले इससे संबंधित पंडित ज्योतिषी से संपर्क करें.