ज्योतिषी
आयु प्रदाता शनि देव हुए अस्त, 33 दिन इन 3 राशि वालों को रहना होगा सावधान
Paliwalwaniवैदिक ज्योतिष अनुसार जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन या अस्त होता है, तो इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। 22 जनवरी 2022 को शनि देव भी अस्त हुए और 24 फरवरी 2022 को उदय होंगे। शनि देव को वैदिक ज्योतिष में कर्मफल दाता और न्याय देवता कहा गया है।
साथ ही ज्योतिष में शनि को आयु, दुख, रोग, पीड़ा, विज्ञान, तकनीकी, लोहा, खनिज तेल, कर्मचारी, सेवक, जेल आदि का कारक माना जाता है। यदि किसी जातक की कुंडली शनि दोष हो तो उसे उपरोक्त क्षेत्र में हानि का सामना करना पड़ता है। शनि देव के अस्त होने का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको थोड़ा संभलकर चलना होगा। आइए जानते हैं ये 3 राशियां कौन सी हैं।
धनु राशि: इस राशि के जुड़े लोगों को मित्रों और संचार के माध्यमों से जुड़ी चीजों में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, इस समय धनु राशि पर शनि की साढ़ेसाती के तीसरे चरण का प्रभाव है। इसलिए शनि के अस्त होने से किसी भी लक्ष्य को पूरा करने में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही कार्यस्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त करने में आप असफल रहेंगे। फेफड़ों और पैरों के रोग से संबधित कोई परेशानी हो सकती है।
मिथुन राशि: आपके लिए शनि देव का अस्त होना अच्छा संकेत नहीं है। साथ ही मिथुन वालों पर शनि ढैय्या भी चल रही है। इसलिए 33 दिनों की ये अवधि आपके लिए विशेषतौर पर कष्टदायी साबित हो सकती है। किसी से कर्ज लेने में कई बार सोचें। वहीं, लेनदेन के मामलों में भी विशेष सावधानी बरतें। नौकरी और बिजनेस में मनचाहे परिणाम नहीं मिलेंगे। साथ ही इस दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है।
कन्या राशि: आने वाले 33 दिन कन्या राशि के लोगों के लिए मुश्किल भरे साबित हो सकते हैं। कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं। कार्यक्षेत्र में किसी भी काम में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। आपके खर्च अचानक से बढ़ सकते हैं। सेहत बिगड़ सकती है इसलिए सतर्क रहें। इस राशि वालों को भी स्वास्थ्य समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है। इस दौरान गले, छाती, कमर और दांतों में दर्द की समस्या हो सकती है।